कृषि महाविद्यालय में गाजरघास जागरूकता अभियान आयोजित

कृषि महाविद्यालय में गाजरघास जागरूकता अभियान आयोजित

डिजिटल डेस्क, पन्ना। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से प्राप्त निर्देशानुसार कृषि महाविद्यालय पन्ना में 18वां राष्ट्रीय गाजरघास जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ दिनांक 16 अगस्त 2023 को किया गया। गाजरघास उन्मूलन कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त अधिकारी-कर्मचारियो एवं विद्यार्थियों द्वारा महाविद्यालय परिसर में लगी गाजरघास को जड़ सहित उखाड़ कर नष्ट किया गया। समस्त विद्यार्थियों द्वारा महाविद्यालय परिसर को गाजरघास से मुक्ति दिलाने हेतु शपथ भी ली गई। गाजरघास उन्मूलन कार्यक्रम सप्ताह के द्वितीय दिवस दिनांक १७ अगस्त को डॉ. विजय यादव अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय पन्ना द्वारा गाजारघास के नियंत्रण के लिए जैवकीय नियत्रंण सहित अन्य विधियों का प्रयोग के विषय में छात्र-छात्राओं को अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि इस भीषण समस्या से मुक्ति पाने के लिए समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है। गाजरघास के नियंत्रण के लिए सभी विधियों का आवश्यतानुसार उपयोग कर इस भीषण समस्या से पार पाया जा सकता है।

गाजरघास की भयावयता को ध्यान में रखते हुए जानभागीदारी से इसके प्रबंधन के प्रयास करने की बात पर बल दिया। तृतीय दिसव दिनांक १८ अगस्त को अधिष्ठाता श्री यादव द्वारा बताया कि इस खरपतवार के संपर्क में आने से मनुष्यों में एग्जिमा, एलर्जी, बुखार, दमा आदि जैसी बीमारियां होती हैं। पशुओं द्वारा इसको चारे के साथ खा लेने से उन्में विभिन्न प्रकार के रोग पैदा हो जाते हैं एवं दुधारू पशुओं के दूध में कड़वाहट आने लगती है। इसके साथ ही गाजरघास उन्मूलन के लिये विभिन्न विधियों यांत्रिक, रसायनिक एवं विशेष रूप से जैविक कीट मैक्सिकन बीटल के द्वारा गाजरघास के नियंत्रण के लिये भी बताया गया। इसके अतिरिक्त गाजरघास से होने वाले दुष्प्रभावों और इसके नियंत्रण के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। गाजरघास को खाने वाले कीट जाइगोग्रामा बाइकोलोराटा के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस कीट को भी गाजरघास के नियंत्रण हेतु उपयोग किया जा सकता है।

Created On :   22 Aug 2023 7:55 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story