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जिला परिषद चुनाव : नहीं बन पाई महाविकास आघाड़ी, नेता पुत्रों ने भरा नामांकन
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद चुनाव के लिए उम्मीदवारों ने नामांकन दर्ज कराया। माना जा रहा था कि इस चुनाव में भी कांग्रेस, राकांपा व शिवसेना की महाविकास आघाड़ी बनेगी। महाविकास आघाड़ी बनाने के प्रयास भी हुए, लेकिन प्रयास सफल नहीं हो पाया। नेता पुत्रों ने नामांकन दर्ज किया।
कांग्रेस व राकांपा के बीच सीटों की साझेदारी को लेकर स्थिति यह बनी कि कई स्थानों पर दोनों दल के उम्मीदवारों ने नामांकन दर्ज कराए हैं। राकांपा के जिला अध्यक्ष शिवराज बाबा गुजर ने तो खुलकर असंतोष जताया है। राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील व वरिष्ठ नेता अजित पवार को शिकायत भेजी गई है। वहीं, शिवसेना ने अलग चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। पंचायत समिति के लिए स्थिति और पर अलग है। लगभग सभी सीटों पर प्रमुख दलों के उम्मीदवार सामने आए हैं। जिले में जिला परिषद की 58 व पंचायत समिति की 116 सीटों के लिए 7 जनवरी 2020 को मतदान किए जाएंगे।
शिवसेना अपने बल पर
शिवसेना महाविकास आघाड़ी में शामिल नहीं हो पाई है। रामटेक के विधायक आशीष जैस्वाल समर्थकों को शिवसेना का उम्मीदवार बनाने में सफल रहे हैं। हिंगना की एक सीट पर राकांपा को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है। शेष 57 सीट पर शिवसेना ने अपने उम्मीदवार खड़े करने का निर्णय लिया है। यह भी बताया जा रहा है कि शिवसेना में सांसद कृपाल तुमाने व विधायक आशीष जैस्वाल के बीच तालमेल नहीं हो पाया है।
बैठक में भी सामने आई नाराजगी
सीट साझेदारी के लिए राकांपा व कांग्रेस के नेताओं की रविवार को बैठक हुई थी। रविभवन के काटेज क्रमांक 8 में बैठक में पूर्व मंत्री रमेश बंग, पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, कांग्रेस के विधायक सुनील केदार, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजेंद्र मुलक, राकांपा के जिला अध्यक्ष शिवराज बाबा गुजर व अन्य पदाधिकारी थे। राकांपा काे हर तहसील में जिप की सीट मिलने की मांग को लेकर गुजर ने नाराजगी जतायी। बैठक अधूरी छोड़कर चले गए। लिहाजा कांग्रेस की ओर से मुलक व राकांपा की ओर से देशमुख ने गठबंधन व सीट साझेदारी के कागज पर हस्ताक्षर किए। मंगलवार को यह अंतर्विरोध खुलकर सामने आ सकता है।
Created On :   24 Dec 2019 11:05 AM IST