मझगवां ओपन कैप से गायब धान की जांच करने पहुंची भोपाल से टीम

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
ऑफिस में बैठकर किया पर्ची का मिलान मझगवां ओपन कैप से गायब धान की जांच करने पहुंची भोपाल से टीम

डिजिटल डेस्क,कटनी। बड़वारा थाना क्षेत्र के मझगंवा कैप से गायब 7 करोड़ रुपए से अधिक की गायब धान के मामले की जांच भोपाल के अधिकारियों ने सोमवार से शुरु कर दी। दोपहर करीब डेढ़ बजे पांच अधिकारियों का दल सबसे पहले वेयर हाउस पहुंचा। यहां पर एक घंटें तक अधिकारी डब्लूएचआर(वेयर हाउस पर्ची) की जानकारी लिए। इसके बाद कलेक्ट्रेट रवाना हुए और बाद में कैप में भी पहुंचकर कर्मचारियों से धान के संबंध में जानकारी जुटाए। टीम में एमपीडब्लूसीएल भोपाल के महाप्रबंधक ओ.पी.कुशवाहा, क्षेत्रीय महाप्रबंधक संतोष सोहनी, जबलपुर आरएम संदीप बिसरिया, सीएम मिश्रा शामिल रहे।

गो-ग्रीन भोपाल से प्रोजेक्ट हेड सौरभ मालवीय, जीएम राजन भारद्वाज, कलस्टर इंजार्च राजेश यादव भी जांच में अधिकारियों के सामने पहुंचे। जांच के दौरान वेयर हाउस में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। जिला प्रबंधक योगेन्द्र सिंह सेंगर के कक्ष में अफसरों ने एक-एक जानकारी जुटाई। हालांकि तीन दिन बाद भी अधिकारी धान की हेराफेरी के मामले में जिम्मेदारी तय नहीं कर सके हैं। यहां तक की गायब धान की मात्रा के मामले में भी अधिकारी अंजान बने हुए हैं। शाम छह बजे तक जांच का किसी तरह से निष्कर्ष नहीं निकला। 

जिम्मेदारी तय करने में हीला-हवाली

यहां पर धान की बोरियां एक-एक करके गायब होती रही। इसके बावजूद जिम्मेदारी तय करने में वेयर हाउस के अधिकारी हीला-हवाली बरत रहे हैं। यहां पर से हजारों बोरी गायब धान के मामले में तीन दिन बाद भी प्रशासन के अफसर इसमें संलिप्त लोगों का पता नहीं लगा सके हैं। बताया तो यह जा रहा है कि गो-ग्रीन कंपनी ने सुरक्षा के लिए जो सीसीटीव्ही कैमरे लगा रखे थे। कुछ दिन बाद उन कैमरों को भी यह कहकर अलग कर दिया गया था कि यहां से कैमरे चोरी हो रहे हैं।

संभाग में 41 कैपों में गो-ग्रीन की भागेदारी

जबलपुर संभाग में वर्तमान समय में 41 ओपन कैपों में निजी कंपनी गो-ग्रीन की भागेदारी है। जिले में वर्तमान समय में बड़वारा मझगंवा, मझगंवा ओपन कैप, रीठी और बहोरीबंद ओपन कैप का संचालन यही कंपनी कर रही है। वेयर हाउस और विपणन संघ के पास 9 ओपन कैप है। जिनकी कुल क्षमता करीब 3 लाख मीट्रिक टन है। वेयर हाउस के सभी कैपों में सुरक्षा और संचालन का जिम्मा गो-ग्रीन कंपनी के हाथों में है तो विपणन संघ के बचे हुए ओपन कैप को भी इसी कंपनी को देने की तैयारी की जा रही है।

सुपरवाईजर की मौत का मामला फिर गर्माया

मझगंवा ओपन कैप में धान की हेराफेरी सामने आने के बाद छह माह पहले सुपरवाईजर की संदिग्ध मौत का मामला फिर से गरमा गया है। गो-ग्रीन में इस पद पर तैनात रविकांत कुशवाहा निवासी भदौरा नंबर-1 का शव मझगंवा के जंगल में मिला हुआ था। ग्रामीणों और परिजनों ने प्रदर्शन भी किया था। जिसमें उसी समय यह बात सामने आई कि मझगंवा ओपन कैप से चोरी हो रही धान के संबंध में युवक ने जब विरोध जताया था इस तरह की साजिश रची गई थी। प्रदर्शन के बाद पुलिस ने एक उच्चस्तरीय टीम का गठन किया था, लेकिन आज तक इस मामले से परदा नहीं हट सका है।

इनका कहना है

भोपाल की टीम सोमवार को यहां पर जांच करने के लिए पहुंची हुई थी। कंपनी को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसके बाद टीम फिर से जांच करेगी। जिसके बाद ही गायब धान की मात्रा के संबंध में अधिक जानकारी दी जा सकती है।
- अवि प्रसाद, कलेक्टर
 

Created On :   10 Jan 2023 4:57 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story