CAA जागरूकता अभियान में शिवराज बोले- 'भगवान बनकर आए हैं PM मोदी'
डिजिटल डेस्क, जयपुर। संसद द्वारा 11 दिसंबर को नागरिकता संशोधन बिल (CAB) पारित किए जाने के बाद से देशभर में कोहराम मचा हुआ है। इस बीच भाजपा के CAA जागरूकता अभियान के मद्देनजर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर में "प्रबुद्ध जन संगोष्ठी" कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में शिवराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान से की।
Shivraj Singh Chouhan, BJP in Jaipur on being asked if BJP trails in #JhakhandAssemblyPolls, will it be a litmus test for #CAA: No such question arises. State elections are fought on issues concerning the state. pic.twitter.com/7narC5Y8Jp
— ANI (@ANI) December 23, 2019
शिवराज ने विवादित बयान देते हुए कहा कि "पीएम मोदी उन लोगों के लिए भगवान बनकर आए हैं, जो प्रताड़ित थे और नर्क की जिंदगी जी रहे थे।" उन्होंने कहा कि "भगवान ने जीवन दिया, मां ने जन्म दिया, लेकिन मोदी ने फिर से जिंदगी दी हैं। पीएम मोदी भगवान से कम नहीं हैं।" बता दें कि शिवराज ने यह बयान CAA के जरिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता मिलने के संदर्भ में दिया है।
राहुल गांधी पर निशाना
इस दौरान शिवराज ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि "राहुल ने इतिहास नहीं पढ़ा है क्योंकि वे देश के विभाजन के दौरान दर्द का सामना करने वाले लोगों के बारे में नहीं जानते हैं।" इसके अलावा उन्होंने कहा कि "राहुल ने पाकिस्तान से भारत आए प्रताड़ित लोगों का दर्द नहीं जाना। आज तक राहुल, दिल्ली में मजनू टोले सहित अन्य स्थानों पर जहां प्रताड़ित हिन्दुओं का दुख-दर्द जानने के लिए उनके बीच नहीं गए।"
भाजपा का जागरूकता अभियान
गौरतलब है कि भाजपा द्वारा देश भर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAB) को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सारे देश में CAA के हिंसक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भाजपा ने देश के 3 करोड़ परिवारों को CAA के बारे में जागरूक करने का फैसला लिया है। अगले 8 दिनों तक भाजपा द्वारा CAA के समर्थन में करीब 250 जगहों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की जानी हैं।
क्या है CAA?
CAA वह अधिनियम है, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे इस्लामिक देशों से भगाए गए गैर मुसलमानों को पनाह देगा। अधिनियम के मुताबिक 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले जिन भी हिंदुओं, सिखों, जैनों, पारसियों, बौद्धों और ईसाईयों ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत की पनाह ली हैं, उन्हें भारत की नागरिकता प्रदान करने की कोशिश की जाएगी।
Created On :   23 Dec 2019 1:26 PM IST