किराए के कच्चे मकान में संचालित हो रही प्राथमिक पाठशाला
डिजिटल डेस्क,सतना। नागौद विकासखंड के संकुल केन्द्र सिंहपुर के अंतर्गत आने वाली अलखनंदा प्राथमिक विद्यालय 12 साल से एक कच्चे मकान में संचालित हो रहा है। कई बार आवेदन करने के बाद भी विद्यालय को एक भवन भी नसीब नहीं हुआ। बारिश में स्थिति यह है कि कच्चे मकान में टपक रहे पानी के चलते बैठना भी छात्रों के लिए दुश्वार है। विद्यालय में पदस्थ शिक्षक आखिर करें तो करें क्या ? स्थानीय लोग भी विद्यालय की इस दुर्दशा को देखकर चिंतित हैं। बताया गया कि विद्यालय में 47 बच्चे अध्ययनरत हैं, जिसमें कक्षा एक में 7, दो में 14, कक्षा 03 में 19, कक्षा 4 में 5 एवं कक्षा 5 में 2 बच्चे दर्ज हैं। विद्यालय में न तो शौचालय की व्यवस्था है और किचिन शेड की। लिहाजा रसोइया को पन्नी की झोपड़ी बनाकर विद्यार्थियों के मध्यान्न भोजन की व्यवस्था करनी पड़ती है।
इनका कहना है:-
मेरी नातिन भी इसी विद्यालय में पढ़ती हैं। मैं देखता हूं कि किराए के इस कच्चे भवन में विघालय चल रहा है जो कि शासन की उपेक्षा का शिकार है।
रामसजीवन कोल (अभिभावक)
हमारे मोहल्ले के छोटे-छोटे बच्चे इस कच्चे मकान में पढऩे आते हैं, जहां पर बारिश में जीव-जंतुओं के खतरे की आशंका बनी रहती है। सरकार हम आदिवासी परिवार के बच्चों की तरफ नजर ही नहीं डाल रही है झल्ला आदिवासी (अभिभावक)
भवन विहीन शालाओं की सूची राज्य शिक्षा केन्द्र को भेज दी गई है। अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। जैसे ही निर्देश प्राप्त होते हैं तो भवन निर्माण की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।
विष्णु त्रिपाठी (डीपीसी)
Created On :   27 July 2022 6:53 PM IST