Jabalpur News: पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम के लिए जमा कराए आवेदन न सीटों की जानकारी और न परीक्षा तिथि का पता

पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम के लिए जमा कराए आवेदन न सीटों की जानकारी और न परीक्षा तिथि का पता
  • 1478 आवेदन हुए ऑनलाइन जमा, आवेदकों में असमंजस की स्थिति
  • आवेदन के आधार पर रिक्त सीटों की संख्या का आकलन किया जाएगा।
  • पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट की तारीख अभी तय नहीं है और विषयवार रिक्त सीटों की संख्या भी स्पष्ट नहीं है।

Jabalpur News: रादुविवि में पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट के लिए 1478 आवेदन जमा हुए है, इनमें सबसे ज्यादा हिंदी विषय में शोध के लिए 125 आवेदन और सबसे कम पर्यावरण विषय में शोध के लिए सिर्फ 5 आवेदन जमा हुए हैं। खास बात ये है कि विवि प्रशासन ने डाक्टोरल एंट्रेंस टेस्ट (डीईटी) के आवेदन तो आमंत्रित कर लिए हैं, लेकिन अभी तक सीटों का विवरण जारी नहीं किया है।

अधिकारियों का कहना है कि अब आवेदन के आधार पर रिक्त सीटों की संख्या का आकलन किया जाएगा। वहीं पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट की तारीख अभी तय नहीं है और विषयवार रिक्त सीटों की संख्या भी स्पष्ट नहीं है। इसे लेकर आवेदकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

जल्द घोषित की जाएगी परीक्षा तिथि

डाक्टोरल एंट्रेंस टेस्ट के आवेदन जमा कराए गए हैं, बहुत जल्द विषयवार सीटों की जानकारी एवं परीक्षा की तिथि की घोषणा की जाएगी।

-प्रो. एसएस संधु, डीईटी, प्रभारी रादुविवि

विषयवार आवेदनों की संख्या इस प्रकार है

हिंदी साहित्य- 125, अंग्रेजी- 114, पाॅलिटिकल साइंस- 112, इतिहास- 105, कम्प्यूटर साइंस 105 काॅमर्स - 105, मैनेजमेंट- 104, कैमिस्ट्री- 63, जूलाॅजी- 61, इकोनाॅमिक्स - 51, मैथ्स- 46,बाॅटनी - 45, जाग्रफी - 41, सोशल वर्क- 33, फिजिक्स - 31, जर्नलिज्म - 21, फिजिकल एजुकेशन- 19, संस्कृत- 16, ड्राइंग एंड पेंटिंग-14, माइक्रोबायोलाॅजी-10, इनवायरमेंट - 05, एप्लाइड इकोनाक्स - 03 है ।

कृषि विश्वविद्यालय में व्याप्त समस्याओं को लेकर अभाविप ने किया प्रदर्शन

जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में व्याप्त समस्याओं को लेकर अभाविप के सदस्यों ने कुलपति कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। छात्र संगठन ने 16 सूत्रीय मांग पत्र कुलगुरु पीके मिश्रा को सौंपकर समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग की। संगठन ने आरोप लगाया है कि काॅलेज एवं विवि के छात्रावासों में साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल और भोजन के लिए मेस तक की व्यवस्था नहीं है।

वर्षों से एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कॉलेज में एजुकेशन टूर नहीं हो रहा है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट अपडेट नहीं है, वेबसाइट पर डिग्री व माइग्रेशन के लिए आवेदन प्राप्त करने की सुविधा नहीं है।

कैंपस की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, बाहरी तत्वाें का प्रवेश बंद नहीं किया जा रहा है और स्ट्रीट लाइटें भी अक्सर बंद रहती हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।प्रदर्शन करने वालों में ऐश्वर सोनकर, मधुसूधन चौधरी, अक्षत ताम्बाकर, मनु दुबे, वीरेंद्र रजक आदि छात्र शामिल रहे।

Created On :   25 April 2025 5:09 PM IST

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