रेलवे पर दबाव बना तो अगले माह से चल सकती हैं पैसेंजर ट्रेनें
डिजिटल डेस्क,सिवनी। रेल इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा होने की उलटी गिनती शुरू हो गई है। सिवनी स्टेशन यार्ड व सिवनी-चौरई सेक्शन में रेल इलेक्ट्रिफिकेशन का काम अंतिम कगार पर पहुंच गया है। सिवनी-चौरई सेक्शन में टावर वैगन से टेस्टिंग भी शुरू कर दी गई है, वहीं सिवनी स्टेशन यार्ड में रेल इलेक्ट्रिफिकेशन के पोल लगाकर तार व ब्रेक्रेट लगाने का काम भी पूर्ण कर लिया गया है।
सिवनी-चौरई सेक्शन में टावर वैगन से टेस्टिंग कम्पलीट होने के बाद स्टेशन यार्ड में टेस्टिंग का काम प्रारंभ किया जाएगा। हफ्ते-दस दिन में स्टेशन यार्ड व सिवनी-चौरई सेक्शन चार्ज होने की संभावना रेलवे से जुड़े सूत्र बता रहे हैं। इसके बाद बिलासपुर जोन के प्रमुख चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर से फाइनल टेस्टिंग कराने की कवायद शुरू होगी। फाइनल टेस्टिंग होते ही जहां मंडला फोर्ट-नैनपुर-सिवनी-छिंदवाड़ा इलेक्ट्रिफिकेशन प्रोजेक्ट पूरी तरह से चार्ज हो जाएगा, वहीं नैनपुर-सिवनी-छिंदवाड़ा खण्ड में बिजली से यात्री ट्रेनों व मालगाडिय़ों के संचालन का रास्ता भी साफ हो जाएगा।
तीसरे प्लेटफार्म का काम रहेगा शेष
सिवनी स्टेशन को रेलवे द्वारा पहले केवल दो प्लेटफार्म का ही बनाया जा रहा था और स्टेशन भवन भी शहर के उस ओर निर्मित किया गया था। हालांकि बाद में इसमें व्यापक परिवर्तन किया गया और तीसरे प्लेटफार्म के साथ ही करोड़ों की लागत से शहर की ओर बड़ा स्टेशन भवन बनाने का निर्णय लिया गया। स्टेशन भवन व तीसरे प्लेटफार्म का काम फिलहाल चल रहा है और इसमें कुछ माह और लगने की संभावना है। तीसरे प्लेटफार्म पर रेल इलेक्ट्रिफिकेशन के पोल लगाने के प्वाइंट अभी रेलवे द्वारा कार्य करा रही एजेंसी को नहीं दिए गए हैं, जिसमें अभी समय लगने की संभावना भी जताई जा रही है। हालांकि तीसरे प्लेटफार्म को छोड़कर शेष हिस्से में रेल इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्य की टावर वैगन टेस्टिंग ही शेष रह गई है और टेस्टिंग के बाद बिना किसी परेशानी के बिजली की रेलों का संचालन सिवनी से शुरू कर दिए जाने की जानकारी जानकार दे रहे हैं।
मार्च में दौड़ सकती हैं यात्री ट्रेनें
सिवनी होकर छिंदवाड़ा-नैनपुर के बीच दो जोड़ा पैसेंजर ट्रेनें चलाने की घोषणा रेलवे बोर्ड द्वारा पिछले साल जुलाई माह के अंत में ही कर दी गई थी। इन गाडिय़ों का टाइम टेबिल भी जारी किया जा चुका था, लेकिन पुरजोर मांग धरना-प्रदर्शन, आंदोलन के बाद भी रेलवे डीजल इंजन से इन ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार नहीं हुआ था। बाद में सामने आया था कि रेल इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा होने के बाद ही ट्रेनें संचालित की जाएंगी। यह भी सामने आया था कि लखनऊ-जबलपुर के बीच चलने वाली चित्रकूट एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन लखनऊ-मंडला फोर्ट व सप्ताह में चार दिन लखनऊ-छिंदवाड़ा के बीच चलाने की कवायद भी सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन की रेल मंत्री से की गई मांग के बाद रेलवे द्वारा की जा रही है। अब रेल इलेक्ट्रिफिकेशन का काम लगभग पूर्णता की ओर है। ऐसे में अभी से रेलवे पर दबाव बनाया जाएगा तो अगले माह के अंत तक ब्रॉडगेज ट्रेनों सफर में का सालों पुराना सपना पूरा हो सकता है।
Created On :   14 Feb 2023 6:24 PM IST