वीर सपूत के सम्मान में उमड़ा जनसैलाब, 35 किलोमीटर पैदल चले लोग

नागपुर से देर शाम छिंदवाड़ा पहुंचा पार्थिव शरीर वीर सपूत के सम्मान में उमड़ा जनसैलाब, 35 किलोमीटर पैदल चले लोग

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। देखो-देखो कौन आया मातृभूमि का शेर आया। वीर सपूत भारत अमर रहे। जैसे नारों से शुक्रवार शाम छिंदवाड़ा की गलियां गूंज उठी। देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले छिंदवाड़ा के वीर सपूत भारत यदुवंशी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए शुक्रवार शाम शहर की सडक़ों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। जम्मू के दुर्गमूला में 15 जून की शाम ड्यूटी के दौरान सैनिक भारत पिता ओमप्रकाश यदुवंशी शहीद हुए थे। उमरानाला से लोग पैदल ही जिला मुख्यालय होते हुए शहीद के पैतृक गांव तक पहुंचे।  

शहीद भारत यदुवंशी का पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर को नागपुर पहुंचा। एम्बुलेंस से शाम लगभग 6.35 बजे पार्थिव शरीर उमरानाला लाया गया। यहां शहीद के परिजन समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे। आर्मी के जवानों ने शहीद को सलामी देकर पार्थिव शरीर फूलों से सजे खुले ट्रक में रखा और शहर के लिए रवाना हुए। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए देर रात तक सडक़ों के दोनों ओर लोगों की भीड़ लगी रही। देर रात शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव शंकरखेड़ा पहुंचा।

दिनभर लोगों की भीड़ लगी रही-

शहीद भारत यदुवंशी के पार्थिव शरीर को शुक्रवार को छिंदवाड़ा लाया जाना था। दोपहर से छिंदवाड़ा से लेकर जिले की सीमा सातनूर तक सडक़ों के दोनों ओर लोग हाथों में फूल मालाएं लेकर शहीद के अंतिम दर्शन के लिए खड़े रहे।

डीजे-साउंड सिस्टम के साथ पहुंचे युवा-

उमरानाला से खुले ट्रक में शहीद का पार्थिव शरीर छिंदवाड़ा लाया जाना था। युवाओं की टोली डीजे और साउंड सिस्टम में देशभक्ति से ओतप्रोत गाने व राष्ट्र प्रेम के नारे लगाते रहे।

प्रदेश की सीमा पर पहुंचे लोग-

छिंदवाड़ा की माटी के वीर सपूत शहीद भारत यदुवंशी के पार्थिव शरीर की अगवानी के लिए संतरांचल के लोग प्रदेश की सीमा पर सातनूर पहुंच गए थे। सातनूर से लेकर पारडसिंगा, बोरगांव, औद्योगिक चौराहा, रामाकोना तक क्षेत्र के लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। दूरदराज अंचल के ग्रामीण भी नेशनल हाइवे पर शहीद भारत यदुवंशी के दर्शन के लिए लंबे समय तक खड़े रहे। 
 

Created On :   18 Jun 2022 3:26 PM IST

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