पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे कांग्रेस नेता: ताड़ के पेड़ के पीछे छिपकर बचाई जान, 12 फीट फैंसिंग से कूदकर निकले घटनास्थल से

- पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे कांग्रेस नेता
- ताड़ के पेड़ के पीछे छिपकर बचाई जान
- 12 फीट फैंसिंग से कूदकर निकले घटनास्थल से
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पहलगाम में जब गोलीबारी शुुरु हुई तो हमें लगा फटाखे फूट रहे हैं। इस दौरान मैं विडियो बना रहा था। आतंकवादियों ने पांच सेकंड में तीन राउंड फायर कर दिए गोलीबारी से मुख्य गेट पर भगदड़ मच गई। इस दौरान पहलगाम में मौजूद बड़े-बड़े ताड़ के पेड़ों के बीच हम छिप गए, लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि हमलावर इधर भी आ सकते हैं। हम लोगों ने 12 फीट की फैंसिग से पहले कुछ लोगों को निकाला, इसके बाद आतंकवादी हमारे तरफ आते दिखाई दिए, जिसके कारण हमें भी ये फैंसिंग पार करके मौके से निकलना पड़ा। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ये आंखों देखे हालात कांग्रेस नेता नवीन पटेल ने भास्कर से साझा किए। चांद के बांकानांगनपुर निवासी नवीन पटेल घटना के समय पहलगाम में मौजूद थे।
गौरतलब है कि मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 28 पर्यटकों की मौत हो गई। घटना के समय पहलगाम में विडियो बना रहे कांग्रेस नेता नवीन पटेल भी मौजूद थे। वे पहाड़ी पर विडियो शूट कर रहे थे, इस दौरान आतंकियों ने यहां हमला कर दिया। श्री पटेल ने बताया कि आतंकियों द्वारा मुख्य गेट से ही फायरिंग शुरु कर दी गई थी। जिसके कारण वहां मौजूद पर्यटक यहां-वहां भागने लगे। मेरे साथ मौजूद तनवीर भाई ने बताया कि आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया है। घोड़े वाले भी मदद के लिए सामने आए। जिसके बाद हम घटनास्थल से निकल पाए।
अभी आर्मी बेसकैंप में हैं नवीन
नवीन पटेल ने भास्कर से बातचीत करते हुए बताया कि वे वर्तमान में आर्मी बेसकैंप में हैं। सेना ने सभी पर्यटकों को बेसकैंप में सुरक्षित रखा है। नवीन ने बताया कि वे अपने दोस्तों के साथ 20 अप्रैल को कश्मीर पहुंचे थे। 22 अप्रैल को 2.30 बजे यहां हमला हुआ। 5 बजे हालात सामान्य होने के बाद उन्होंने घर में फोन करके अपने सकुशल होने की जानकारी दी।
चंद कदमों की दूरी पर हो रही थी गोलीबारी
नवीन ने बताया कि उनके चंद कदमों की दूरी पर ही गोलीबारी हो रही थी। आंतकवादी अंधाधुंध गोलियां चला रहे थे। इस दौरान उन्होंने मोबाइल फोन से सेल्फी मोड पर विडियो भी बनाया। नवीन ने बताया कि भगवान के आशीर्वाद और परिजनों के स्नेह से मैं सकुशल हूं। घटना के बाद सेना ने उन्हें नजदीक के शिविर में पहुंचा दिया था।
Created On :   24 April 2025 12:39 AM IST