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असंतुलन की वजह से प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही , कम से कम 5-6 पौधे लगाएं : कुमार
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डिजिटल डेस्क,नागपुर। महाराष्ट्र सरकार की 33 करोड़ पौधारोपण कार्यक्रम के तहत जेएनएआरडीडीसी के प्रांगण में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पौधों के संरक्षण का संकल्प भी लिया गया। कार्यक्रम के दौरान जेएनएआरडीडीसी द्वारा पौधारोपण एवं उसकीं देखरेख के लिए किए गए प्रयासों की मुख्य अतिथि पी.कल्याण कुमार (सीसीएफ) नागपुर ने सराहना की। मुख्य अतिथि ने कार्यालय में कार्यरत सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को पौधारोपण में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने हर कर्मचारी को अपने जीवन में कम से कम 5-6 पौधे लगाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण असंतुलन की वजह से प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही रही हैं। इस अवसर पर के. आर. राव और विश्वास करंगोकर अदानी पॉवर भी उपस्थित थे।
वृक्षारोपण अभियान में भाग लेने की अपील की
नागपुर के संभागीय आयुक्त के मार्गदर्शन में अदानी समूह ने 1.5 हेक्टेयर के कुल रोपण को प्रायोजित किया है जिसका सामाजिक वानिकी प्रभाग द्वारा ध्यान रखा जाएगा। इस अवसर पर अदानी समूह और सामाजिक वानिकी प्रभाग के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सामाजिक वानिकी प्रभाग ने जेएनएआरडीडीसी की चार किलोमीटर की चारदीवारी के लिए बांस लगाने का फैसला किया है। जेएनएआरडीडीसी निदेशक डॉ अनुपम अग्निहोत्री ने देश में वन आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के ‘वन धन’ पर जोर देते हुए कहा कि जैव विविधता में सुधार और प्रकृति के साथ रहने की हजारों साल पुरानी हमारी संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने सभी उपस्थित अधिकरियों एवं कर्मचारियों से मानसून के दौरान सक्रिय रूप से वृक्षारोपण अभियान में भाग लेने की अपील की। साथ ही उन्होंने लोगों से मानसून के दौरान बड़ी संख्या में पौधारोपण करने का आग्रह किया। भारत का निर्धारित अंशदान 2.5 से लेकर 3 बिलियन टन अतिरिक्त कार्बन सिंक का निर्माण होना चाहिए, जो 2030 तक अतिरिक्त पौधारोपण के जरिए पूरा किया जा सकेगा। कार्यक्रम का संचालन आर विशाखा एवं आर श्रीनिवासन ने किया।
Created On :   25 July 2019 3:29 PM IST