अजय मिश्रा को अब तक बर्खास्त नहीं किया जाना सरकार के लिए शर्म की बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की भूमिका स्पष्ट होने के बावजूद उन्हें अब तक बर्खास्त नहीं किया जाना मोदी सरकार के लिए शर्म की बात है। मोर्चा ने कहा कि भाजपा और मोदी सरकार जिस तरह अजय मिश्रा का बचाव कर रही है, उससे हमारे इस रूख की पुष्टि हो गई है कि किसान आंदोलन को कमजोर करने और खत्म करने के लिए सांप्रदायिक राजनीति को लाया जा रहा है। एसकेएम के सदस्य बलबीर सिंह राजेवाल ने यहां कहा कि 12 अक्टूबर को पूरे भारत में शहीद किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। कल लखीमपुर खीरी हत्याकांड के शहीदों की अंतिम अरदास तिकुनिया में साहेबजादा इंटर कॉलेज में होगी। उन्होने कहा कि तराई क्षेत्र के अल्पसंख्यक सिखों के खिलाफ 25 सितंबर को गृह राज्य मंत्री के दिए भाषण से स्पष्ट होता है कि उन्होने दुश्मनी, घृणा और द्वेष को बढ़ावा देने की कोशिश की थी। उनका भाषण डराने-धमकाने वाला था। इस आधार पर अब तक कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए थी। यह भी स्पष्ट है कि मंत्री ने अपने बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार होने से बचाने की पूरी कोशिश की। यह स्पष्ट है कि केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में एक मंत्री के रूप में मिश्रा का बने रहना, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपराधियों को शरण देने जैसा है।
Created On :   11 Oct 2021 10:01 PM IST