छतरपुर भागने की फिराक में नए स्टैंड से पकड़ा अपहरणकांड का एक और आरोपी
डिजिटल डेस्क,टीकमगढ़। बर्तन व्यापारी के अपहरण के मामले में कोतवाली पुलिस ने रविवार सुबह एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। पांचों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया है। मास्टर माइंड रोहित रावत सहित चार आरोपियों को बल्देवगढ़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर अपहृत को मुक्त कराया था। शहर के औद्योगिक क्षेत्र ढोंगा से शनिवार को किए गए अपहरण का रविवार को सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें बर्तन व्यापारी हैप्पी नायक को पकड़कर धकेलते हुए आरोपी जबरन कार में ले जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ढोंगा स्थित फैक्ट्री और दुकान से वर्तन व्यापारी रोहित(हैप्पी) नायक का अपहरण करने दो कार आईं थी। जिनमें से बल्देवगढ़ में एक कार हैरियर क्रमांक एमपी 16 सीबी 6772 को जब्त कर बल्देवगढ़ थाना पुलिस ने अपहृत को मुक्त कराया। छतरपुर निवासी चार आरोपियों रोहित रावत, मुन्ना पठान, रूपेश सेन और सुरेंद्र ठाकुर को गिरफ्तार किया। एक अन्य कार और उसमें सवार आरोपियों की तलाश की जा रही है। इनमें से एक आरोपी सुरेश विश्वकर्मा को कोतवाली पुलिस ने रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। मामले की विवेचना कर रहे एसआई डीपी गौतम ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में टीमें और मुखबिर तैनात किए गए हैं। रविवार सुबह एक आरोपी सुरेश विश्वकर्मा की पहचान की गई। जो शनिवार को अपहरण के बाद टीकमगढ़ में अपनी रिश्तेदारी में रुक गया था और रविवार सुबह छतरपुर भागने की फिराक में था। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी करके शहर के नया बस स्टैंड से पांचवें आरोपी सुरेश विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया।
अपहरणकर्ता ने पुरानी रंजिश और लेनदेन बताई वजह, हैप्पी ने किया इनकार
कोतवाली पुलिस ने धारा 364, 365 के तहत दर्ज प्रकरण में छतरपुर निवासी पांचों आरोपियों रोहित रावत, मुन्ना पठान, रूपेश सेन, सुरेंद्र ठाकुर और सुरेश विश्वकर्मा को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में अपहरण के मास्टर माइंड व छतरपुर में पीतल फैक्ट्री के मालिक रोहित रावत द्वारा पुरानी रंजिश और व्यापारिक लेनदेन वजह बताया गया है। जबकि अपहृत टीकमगढ़ के स्टील व्यापारी हैप्पी नायक द्वारा पुरानी रंजिश या लेनदेन से इनकार किया जा रहा है। केवल रोहित रावत को जान-पहचान को स्वीकार किया जा रहा है। अपहरण के आरोपी रोहित रावत के परिजन रविवार को टीकमगढ़ पहुंचे, जो पुलिस के समक्ष पूरे आपराधिक घटनाक्रम को रोहित की नादानी बताने का प्रयास करते रहे। जब पुलिस ने कहा कि कंट्रोल क्यों नहीं करते थे, तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
Created On :   25 July 2022 4:21 PM IST