सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 35 लाख की ठगी

35 lakhs cheating on the name of getting government job
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 35 लाख की ठगी
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 35 लाख की ठगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो आरोपियों ने कुछ लोगों को करीब 35 लाख रुपए का चूना लगा दिया। आरोपियों के नाम मुरलीधर सदावर्ती और प्रशांत वाहणे है। अन्य लोग भी ठगी के शिकार हुए हैं।  

यह है मामला

पुलिस सूत्रों के अनुसार, नाईकवाड़ी बांग्लादेश पुलिस चौकी के सामने रहने वाले सागर शंकरराव तेलघरे ने मुरलीधर सदावर्ती और प्रशांत वाहणे के खिलाफ पांचपावली थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। सागर की चने-फुटाने की दुकान है। 28 मार्च 2017 से 27 सितंबर 2018 के दरमियान उनकी मुरलीधर सदावर्ती (मंगलवारीपेठ, उमरेड) और प्रशांत वाहणे (गणेशपुर, गायत्रीनगर,भंडारा) से एक परिचित के जरिए जान-पहचान हुई। इन दोनों ने सागर की बेटी और बेटे को महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग में नौकरी दिलाने का लालच दिया।

प्रशांत वाहणे ने सागर को बताया कि वह खुद महाराष्ट्र प्रदूषण नियत्रंण विभाग, भंडारा में उच्च पद पर कार्यरत है। आरोपियों के बहकावे में आकर  सागर की तरह कुछ अन्य लोग भी नौकरी लगाने के नाम पर उसे पैसे दे चुके थे। आरोपियों की करतूत उजागर होने पर सभी लोग पैसे वापस मांगने लगे, तो आरोपियों ने टाल-मटोल शुरू कर दिया।  दोनों बार-बार यही दिलासा देते रहे कि वह उनके बच्चों को महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग में नौकरी लगा देंगे। 

फर्जी नियुक्ति-पत्र दिया

करीब एक वर्ष बीत जाने पर दोनों आरोपियों ने उन्हें फर्जी नियुक्ति-पत्र और पहचान-पत्र बनाकर दिया। जब वह संबंधित विभाग में नौकरी के लिए गए तब पता चला कि विभाग में नौकरी के लिए फिलहाल कोई जगह रिक्त नहीं है। सागर ने नियुक्ति-पत्र और पहचान-पत्र दिखाया तो पता चला कि  सब फर्जी है। आरोपियों ने सागर तेलघरे व अन्य नागरिकों से करीब 35 लाख रुपए लिया है। पांचपावली के वरिष्ठ थानेदार अशोक मेश्राम ने उक्त दोनों आरोपियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने का आदेश दिया। थाने के उपनिरीक्षक एस. एस. बोंडे ने आरोपी मुरलीधर सदावर्ती और प्रशांत वाहणे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 

नकदी व चेक से ली रकम 

आरोपी मुरलीधर सदावर्ती और प्रशांत वाहणे ने नौकरी दिलाने के नाम पर पीड़ितों से चेक और नकदी रुपए लिया है। पुलिस ने फर्जी नियुक्ति-पत्र व पहचान-पत्र जब्त किया है। पुलिस को संदेह है कि इस प्रकरण में कुछ और आरोपी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं। पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है। 

Created On :   6 Aug 2019 12:37 PM IST

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