महत्वाकांक्षी लक्ष्य: 2040 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करेगी ऑयल इंडिया
- लक्ष्य पाने स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाएं
- सरकार खर्च करेगी 25,000 करोड़
- कच्चे तेल और गैस का हुआ रिकॉर्ड उत्पादन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. ऑयल इंडिया लिमिटेड ने 2040 तक खुद को ‘नेट जीरो’ उत्सर्जन कंपनी में बदलने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए कंपनी ने 2040 तक लगभग 25,000 करोड़ रूपये के निवेश की योजना बनाई गई है। यह बात ऑयल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ रंजीत रथ ने यहां संवाददाताओं से कही। डॉ रथ ने कहा कि कंपनी के तय लक्ष्यों में स्वच्छ ऊर्जा स्त्रोतों को अपनाना, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश करना और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों को लागू करना शामिल है। उन्होंने कहा कि ऑयल इंडिया ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 6,810 करोड़ रूपये का अब तक का सबसे अधिक पृथक (स्टैंड अलोन) लाभ दर्ज किया है। यह सालाना 75.20 प्रतिशत की वृद्धि है, जबकि समेकित कर के बाद लाभ भी अब तक का सबसे अधिक 9,854 करोड़ रूपये रहा, जो सालाना 46.66 प्रतिशत की वृद्धि है। उन्होंने बताया कि कंपनी में निवेशकों की सतत आस्था और निवेश ने ऑयल इंडिया लिमिटेड को देश के महारत्न सीपीएसई की लीग में शामिल कर दिया है।
कच्चे तेल और गैस का हुआ रिकॉर्ड उत्पादन
रंजीत रथ ने कहा कि वर्ष 2022-23 के दौरान कच्चे तेल का रिकॉर्ड 3.18 एमएमटी और प्राकृतिक गैस का रिकार्ड 3.18 बीसीएम का उत्पादन हुआ। उन्होंने कहा कि ऑयल इंडिया के पास घरेलू परिसंपत्तियों और विदेशी संपत्तियों मंे क्रमश: 191 एमएमटीओई और 51 एमएमटीओई तेल और तेल समकक्ष गैस का 2पी भंडार आधार है। उन्होंने कच्चे तेल के उत्पादन को 4 एमएमटी और प्राकृतिक गैस के उत्पादन को 5 बीसीएम तक बढ़ाकर मिशन 4प्लस के तहत उन्नत अन्वेषण और त्वरित उत्पादन के माध्यम से देश की ऊर्जा सुरक्षा और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के प्रति ओआईएल की प्रतिबद्धता दोहराई।
Created On :   14 Sept 2023 7:56 PM IST