New Delhi News: सीवर सफाई के दौरान कर्मचारियों की मौत की घटनाओं पर एनएचआरसी ने जताई चिंता
- रोबोट/प्रौद्योगिकी की मदद से हो सीवर की सफाई- वी. रामसुब्रमण्यम
- सफाई के दौरान कर्मचारियों की मौत की घटनाओं पर एनएचआरसी ने जताई चिंता
New Delhi News : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने सीवेज और खतरनाक अपशिष्ट (मानव मल और अन्य मैला) की सफाई के दौरान कर्मचारियों की मौत की निरंतर घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। आयोग ने सीवर लाइनों और सेप्टिक टैंकों की सफाई के लिए प्रौद्योगिकी/रोबोट का उपयोग करके एक पायलट परियोजना चलाने की आवश्यकता पर भी बल दिया है। आयोग का मानना है कि प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई के लिए किसी राज्य में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर इसके नतीजे देखने चाहिए और सकारात्मक परिणाम आने पर देश के अन्य हिस्सों में भी इसे लागू किया जाना चाहिए।
एनएचआरसी ने सोमवार को ‘व्यक्तियों की गरिमा और स्वतंत्रता – ‘मैनुअल स्कैवेंजरों के अधिकार’ विषय पर खुली चर्चा का आयोजन किया। एनएचआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमण्यम ने चर्चा के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि बिना किसी खास सुरक्षा उपकरण के हाथों से मानव मल को साफ करना या उन्हें अपने सिर पर ढोना (मैनुअल स्कैवेंजिंग) एक ऐसा क्षेत्र है जिसे कानूनी रूप से निपटाया जा रहा है। इसे बंद कराने के लिए न्यायिक रूप से निगरानी की जा रही है। हालांकि, यह चिंताजनक है कि सीवेज और खतरनाक कचरे की मैनुअल सफाई को बंद किये जाने के कानूनी प्रावधानों के बावजूद अभी भी सफाई कर्मचारियों की मौतें हो रही हैं। इससे पहले, एनएचआरसी महासचिव भरत लाल ने कहा कि आयोग ने विभिन्न राज्यों द्वारा मशीनीकृत सफाई प्रक्रियाओं के कार्यान्वयन और इस सम्बंध में उनके द्वारा किये जा रहे उपायों के मुद्दे को उठाया है।
Created On :   6 Jan 2025 9:37 PM IST