New Delhi News: वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में एआई की अहम भूमिका - शिक्षा सचिव
- जीएलसी और स्कूलनेट के बीच स्कूल केन्द्रित पहलों के लिए हुई साझेदारी
- वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में एआई की अहम भूमिका
New Delhi News. स्विट्जरलैंड स्थित ग्लोबल लर्निंग काउंसिल (जीएलसी) ने स्कूलनेट इंडिया के साथ साझेदारी की है। इसका पहल का उद्देश्य शिक्षा को वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक अर्थव्यवस्थाओं पर फोकस करना है। जीएलसी स्कूलनेट की 100,000 स्कूलों के व्यापक नेटवर्क का लाभ उठाते हुए पहले साल में 50,000 छात्रों और शिक्षकों को प्रभावित करने तथा पांच साल के भीतर 10 मिलियन छात्रों तक पहुंचने की कोशिश में है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने दोनों संगठनों के नवोन्मेषी विचारों (आईडिया) की प्रशंसा की और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में एआई और आईओटी जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों की भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने छात्रों को सशक्त बनाने के लिए साझेदारी की शक्ति को स्वीकार किया और आश्वस्त किया कि इन पहलों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार अपनी ओर से मदद करेगी। इस कार्यक्रम में दिल्ली/एनसीआर के स्कूलों के 250 से अधिक छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने स्कूलनेट के एआई-आधारित कक्षा समाधान, जीनो ऐप द्वारा संचालित एक इंटरैक्टिव क्विज़ में भी भाग लिया। आइडियाथॉन के फाइनलिस्ट और क्विज़ प्रतिभागियों को कुल 1.5 लाख रुपये के नकद पुरस्कार भी मिले।
ऐसी पहल शिक्षा को लोकतांत्रिक बनाने के अनुरूप
स्कूलनेट और जीएलसी ने पिछले छह महीनों में संयुक्त रूप से स्कूली छात्रों के लिए तीन परिवर्तनकारी पहलें शुरू की हैं जिनमें अखिल भारतीय आईडियाथॉन, इंटरनेशनल बैकलॉरिएट (आईबी) के सहयोग से किफायती निजी स्कूलों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम और जलवायु नेतृत्व पर एक पाठ्यक्रम का विकास शामिल हैं। स्क्ूलनेट इंडिया के प्रबंधन निदेशक और मुख्य कार्यकारी आरसीएम रेड्डी ने कहा कि इस तरह की पहल उन्नत प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर शिक्षा को लोकतांत्रिक बनाने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है। हम अगले पांच साल में 10 मिलियन छात्रों पहुंच बनाने के लिए 'ग्लोकल' साझेदारी का एक परितंत्र बनाना चाहते हैं। जीएलसी के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ सुब्रा सुरेश ने कहा कि यह साझेदारी अलग-अलग पीढ़ियों के बीच सहयोग का उपयोग कर पृथ्वी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के हमारे मिशन के अनुरूप है।
Created On :   27 Jan 2025 7:11 PM IST