चिंता: तेंदूपत्ता की खोज में निर्धारित जगह से आगे जा रहे मजदूरों की जान संकट में

तेंदूपत्ता की खोज में निर्धारित जगह से आगे जा रहे मजदूरों की जान संकट में
  • जंगल में सीमा से ज्यादा भीतर जाकर चुन रहे पत्ते
  • तेंदूपत्ता की लालच में जान संकट में डाल रहे
  • बाहरी राज्यों में इसकी अच्छी मांग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तेंदूपत्ता के लालच में मजदूर अपनी जान संकट में डाल रहे हैं। जंगल में काफी अंदर तक जाकर वे तेंदूपत्ता इकट्ठा करते हैं, जिससे बाघ-तेंदुए के हमले की आशंका बनी रहती है। तेंदूपत्ता से ग्रामवासियों को रोजगार मिलता है। हाल ही में नॉर्थ उमरेड में एक महिला मजदूर के साथ ऐसा ही हुआ है। सूत्रों के अनुसार महिला तेंदूपत्ता के लालच में जंगल में ज्यादा भीतर चली गई थी, जहां तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई है।

लालच देते हैं ठेकेदार : तेंदूपत्ता बीड़ी बनाने के काम आता है। बाहरी राज्यों में इसकी अच्छी मांग है। नागपुर वन विभाग अंतर्गत बड़े पैमाने पर ग्रीष्म में तेंदूपत्ता मिलता है। इसे तोड़कर बाहरी राज्यों में भेजा जाता है। नागपुर प्रादेशिक में करीब 18 हजार से ज्यादा परिवार तेंदूपत्ता संकलन से रोजगार पा रहे हैं। ठेकेदारों के माध्यम से मजदूर इसका संकलन करते हैं। जितना ज्यादा पत्ता इकट्ठा किया जाता है, उतना ही मजदूरों को मुनाफा मिलता है। जंगल में तेंदूपत्ता संकलन के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं।

तेंदूपत्ता कैसे तोड़ा जाए और कहां तक जाकर इसका संकलन करना चाहिए आदि के बारे में दिशा-निर्देश हैं, लेकिन कुछ ठेकेदार इसके ज्यादा संकलन के लिए मजदूरों को लालच देते हैं, जिससे मजदूर जंगल के काफी अंदर तक चले जाते हैं। इससे उन्हें वन्यजीवों का खतरा हमेशा बना रहा है। नॉर्थ उमरेड में तेदूपत्ता संकलन के दौरान महिला की हुई मौत भी इसी का परिणाम माना जा रहा है। मजदूर महिला नीचे बैठकर तेंदूपत्ता इकट्ठा कर रही थी, तभी तेंदुआ ने हमला कर दिया। हालांकि तेंदुआ महिला को छोड़कर भाग गया, लेकिन हमला के कारण उसकी मौत हो गई। इस हादसे ने कई सवालों को खड़ा कर दिया है, जैसे कि वन विभाग इन पर नियंत्रन क्यों नहीं रखता, मजदूरों को सुरक्षा के गुर क्यो नहीं सीखाए जाते आदि।

जांच की जाएगी : इस मामले की जांच हो रही है। यदि संबंधित ठेकेदारों द्वारा मजदूरों को भीतर जाने के लिए प्रेरित किया गया होगा, तो एक्शन लिया जाएगा। समिति गठित कर जांच की जाएगी। - डॉ. भारत सिंह हाडा, उप वन संरक्षक, वन विभाग नागपुर (प्रादेशिक)

Created On :   18 May 2024 3:18 PM IST

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