- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- जिप के शिक्षा विभाग में शिक्षकों की...
शिक्षा: जिप के शिक्षा विभाग में शिक्षकों की चहुंओर भर्ती,पवित्र पोर्टल पर प्रक्रिया शुरू
- नियुक्ति के अभाव में बढ़ा आंकड़े का ग्राॅफ
- रिक्त पद 900 के पार
- अंतरजिला तबादले से आए 80
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शिक्षकों की कमी से जूझ रही जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग को अगले शैक्षणिक सत्र में राहत मिलने की उम्मीद जागी है। रिक्त पद भरने के लिए चारों तरफ भर्ती हो रही है। जिला परिषद में शिक्षकों के रिक्त पदों का आंकड़ा 900 के पार चला गया। शिक्षकों की कमी को लेकर समय-समय पर आवाज उठती रही। देर आयद, दुरुस्त आयद वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए सरकारी स्तर से शिक्षकों के रिक्त पद भरने के लिए कदम उठाए गए। अंतरजिला तबादला, संविदा शिक्षक भर्ती, निजी स्कूलों में अतिरिक्त ठहराए गए शिक्षकों का समायोजन किया गया। पवित्र पोर्टल पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द ही शिक्षकों के रिक्त पद भरने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
शिक्षक भर्ती 12 साल से बंद : राज्य में शिक्षकों की भर्ती 12 साल से बंद है। इस दरमियान सेवानिवृत्ति तथा विविध कारणों से शिक्षकों के पद रिक्त हो गए। उनकी रिक्त जगह नए नियुक्ति नहीं होने से शिक्षकों के रिक्त पदों का आंकड़ा बढ़ता गया। शिक्षकों की कमी भरने के लिए जिला परिषद ने अपने स्तर पर 89 स्वयंसेवी शिक्षक नियुक्त किए। उन्हें प्रतिमाह 5 हजार रुपए मानधन देने के लिए सेस फंड में निधि का प्रावधान किया। आवश्यक जगह स्वयंसेवी शिक्षक नियुक्त किए गए। रिक्त पदों के मुकाबले स्वयंसेवी शिक्षकों की संख्या काफी कम है। सभी रिक्त पद भरने में जिला परिषद आर्थिक सक्षम नहीं रहने से खनिज विकास निधि उपलब्ध करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा। सरकार ने खनिज विकास निधि से शिक्षकों को मानधन अदा करने की अनुमति दी, लेकिन सेवानिवृत्त शिक्षक नियुक्त करने की शर्त रखी। जिला परिषद स्थानीय सुशिक्षित बेरोजगारों को स्वयंसेवी शिक्षक नियुक्त करना चाहती थी। जिला परिषद और सरकार के बीच रिक्त पदों पर शिक्षक नियुक्ति का पेंच फंसा रहा।
प्राथमिक शिक्षा विभाग को मिले 292 शिक्षक : शिक्षकों के रिक्त पद भरने के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर अंतरजिला तबादला प्रक्रिया पर अमल किया गया। इस प्रक्रिया में अन्य जिलों से 89 शिक्षकों का नागपुर जिले में तबादला हुआ। 9 शिक्षकों ने अन्य जिले में तबादला मांगा। यानी नागपुर जिला परिषद में 80 शिक्षकों की वृद्धि हुई। सेवानिवृत्त शिक्षकों की संविदा शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में 211 आवेदन प्राप्त हुए। उनमें से 188 शिक्षकों को नियुक्ति के लिए पात्र ठहराया गया। प्रत्यक्ष साक्षात्कार में 113 शिक्षकों का चयन किया गया। निजी स्कूलों में अतिरिक्त ठहराए गए शिक्षकों का जिला परिषद प्राथमिक शिक्षा विभाग में समायोजन किया गया। 90 अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति की गई।
501 शिक्षक मिलने की उम्मीद : शिक्षकों के िरक्त पद भरने जिला परिषद ने पवित्र पोर्टल पर भर्ती प्रक्रिया आरंभ की है। इस प्रक्रिया में नागपुर जिला परिषद को 501 शिक्षक मिलने की उम्मीद है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया आरंभ होने से जल्द ही नियुक्ति की उम्मीद जागी है। चालू शैक्षणिक वर्ष समाप्त होने की कगार पर है। शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में विलंब होने से अगले शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों को शैक्षणिक लाभ मिलेगा।
Created On :   9 Feb 2024 2:29 PM IST