- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- मांगों को लेकर अड़े ठेका कामगार,...
आक्रोशित हुए कामगार: मांगों को लेकर अड़े ठेका कामगार, आंदोेलन से प्रभावित हुआ बिजली कंपनियों का काम
- पुलिस बंदोबस्त में देविगिरि जाकर डीसीएम आफिस में दिया निवेदन
- हाथ में मांगों की तख्तियां व बैनर लेकर नारे लगाते निकले
- राज्य भर से पदाधिकारी शामिल हुए
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र बिजली कंत्राटी कामगार संघ का मोर्चा शनिवार को अपनी मांगों को लेकर संविधान चौक पहुंचा आैर उपमुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने की जिद करने लगा। पुलिस ने मोर्चे को उपमुख्यमंत्री के शासकीय निवास देविगिरी जाने से रोका। कामगार संघ के पदाधिकारी व पुलिस के बीच चर्चा के बाद पुलिस बंदोबस्त में एक प्रतिनिधिमंडल देवगिरी पहुंचा आैर डीसीएम के विशेष कार्यकारी अधिकारी सुनील मित्रा को मांगों का निवेदन सौंपा। इधर कामगार संघ के अध्यक्ष निलेश खरात व महासचिव सचिन मेंगाले ने चेताया कि जब तक डीसीेएम व ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस से हमारी चर्चा नहीं होती, तब तक संविधान चौक पर धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
महाराष्ट्र बिजली कंत्राटी कामगार संघ का मोर्चा अध्यक्ष निलेश खरात व महासचिव सचिन मेंगाले की अगुवाई में रेशिमबाग चौक से निकला। मोर्चे में नागपुर समेत राज्य भर से पदाधिकारी शामिल हुए। हरियाणा पैटर्न लागू करो, ठेकेदारी पध्दत बंद करो, जॉब सिक्योरिटी दो, 60 वर्ष तक रोजगार दो, ठेकेदारों द्वारा जीर लूटखसोट बंद करने की मांग की। मोर्चे में शामिल आंदोलनकारी हाथ में मांगों की तख्तियां व बैनर लेकर आैर नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। रेशिमबाग से निकला मोर्चा ग्रेट नाग रोड, लोहा पुल, जीराे माइल होते हुए संिवधान चौक पहंुचा। संविधान चौक पर पदाधिकारियों ने मोर्चे को संबोधित किया।
बिजली कंपणी महावितरण, महापारेषण व महानिर्मिति में काम करनेवाले ठेका कामगार आंदोलन में शामिल होने से बिजली कंपनियों का काम प्रभावित हो रहा है। महावितरण में फिल्ड में काम करना होता है। ठेका कामगार हड़ताल पर होने से स्थायी कर्मियों को फिल्ड में उतरकर काम करना पड़ रहा है। महावितरण को स्टाफ की कमी महसूस हो रही है। शिकायतें तुरंत अटेंड करने में महावितरण को परेशानी हो रही है।
एसीपी नंदनवार ने संभाला मोर्चा : आंदोलनकारी देविगिरी जाने की जिद करने लगे तो एसीपी सुधारी नंदनवार ने कामगार संघ के पदाधिकारियों से चर्चा की आैर प्रतिनिधिमंडल को देविगिरी ले जाने का भरोसा दिया। आंदोलनकारी मोर्चे के रूप में जाने की जिद करने लगे, जिसे पुलिस ने खारिज कर दिया। चर्चा के बाद निलेख खरात व सचिन मेंगाले की अगुवाई में पुलिस बंदोबस्त में देविगिरी पहुंचा आैर मांगों का निवेदन सौंपा। डीसीएम नागपुर में नहीं होने से सीधे चर्चा नहीं हो सकी। प्रतिनिधिमंडल में मोहन देशमुख, सुमित कांबले, अशोख खंडारे, गणेश धारपवार, अभिजीत माहुलकर आदि शामिल थे।
Created On :   24 Aug 2024 6:35 PM IST