समस्या: गांवों में जलसंकट, प्रशासन चुनाव में व्यस्त , अपने खर्च से टैंकर ले जलापूर्ति

गांवों में जलसंकट, प्रशासन चुनाव में व्यस्त , अपने खर्च से टैंकर ले जलापूर्ति
  • पांचगांव ग्राम पंचायत को अपने स्तर पर लगाना पड़ा टैंकर
  • गर्मी शुरू होने के बाद भी प्रशासन ने नहीं किए उपाय योजना
  • लचर कार्यप्रणाली से बढ़ रही समस्या

डिजिटल डेस्क , नागपुर । गर्मी बढ़ रही है। भूजल स्तर नीचे जा रहा है। गांवों में जलसंकट गहरा रहा है। जलसंकट निवारण उपाययोजना पर पहले चरण में 22 करोड़ और दूसरे चरण में 25 करोड़ का नियोजन प्रारूप मंजूर किया गया है। 540 गांवों में 1064 उपाययोजना का नियोजन किया गया है। 47 करोड़ का जलसंकट निवारण कृति प्रारूप मंजूर होने के बाद भी पांचगांव ग्राम पंचायत को अपने स्तर पर टैंकर लगाने की नौबत आने से प्रशासन की कार्यप्रणाली का अंदाजा लगाया जा सकता है। जिप जल प्रबंधन समिति की बैठक में प्रशासन ने पांचगांव में ग्राम पंचायत द्वारा जलसंकट से निपटने के लिए टैंकर लगाने की जानकारी दी। जिला स्तर पर जलसंकट निवारण उपाययोजना की लचर कार्यप्रणाली ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

बोरवेल फ्लशिंग को प्रशासकीय मंजूरी नहीं : जिले में 630 बोरवेल फ्लशिंग का नियोजन है। उसे अभी तक प्रशासकीय मंजूरी नहीं मिली है। पंस से प्रस्ताव प्राप्त होने में लेटलतीफी होने की जानकारी है। संभवत: सोमवार को जिलाधिकारी की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजे जा सकते हैं। प्रशासकीय मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया होगी।

इन उपाय योजनाओं को मंजूरी : जलसंकट निवारण उपाययोजना में नल योजना दुरुस्ती, बोरवेल फ्लशिंग, मोटरपंप दुरुस्ती, निजी कुओं का अधिग्रहण, टैंकर से जलापूर्ति आदि कार्यों का समावेश है। 272 नल योजनाओं की दुरुस्ती, 630 बोरवेल फ्लशिंग, 120 कुओं की गहराई बढ़ाने, 78 िनजी कुओं का अधिग्रहण आदि 1064 जलसंकट िनवारण उपाययोजनाओं को मंजूरी दी गई है।

हिंगना तहसील में सर्वाधिक 26 टैंकर से जलापूर्ति : जलसंकट निवारण उपाययोजना के दूसरे चरण में 33 टैंकरों से जिले की 2 तहसीलाें में जलापूर्ति कृति प्रारूप में मंजूरी दी गई है। हिंगना तहसील में सर्वाधिक 26 टैंकर और पारशिवनी तहसील में 7 टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। पांचगांव में ग्राम पंचायत स्तर पर टैंकर से जलापूर्ति का कदम उठाया गया है।

अनेक गांवों से टैंकर के लिए मिले आवेदन : जलजीवन मिशन और जलसंकट निवारण उपाययोजना के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च का दावा किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में अनेक गांवों में जलसंकट है। प्रशासन लोकसभा चुनाव में व्यस्त है। जलसंकट से राहत के लिए अनेक गांवों में टैंकर से जलापूर्ति के लिए आवेदन प्राप्त होने की सूत्रों ने जानकारी दी।

Created On :   6 April 2024 1:50 PM IST

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