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उपभोक्ताओं की परेशानी: सर्वर काम नहीं कर रहा और महावितरण सौर ऊर्जा की प्रमोशन में लगा, 5-5 महीने से सबसिडी का इंतजार
- 4 दिन तक बंद रहा एमएसईडीसीएल का सर्वर
- जिनके घरों पर रूफ टॉप सोलर पैनल लगे वे 5-5 महीने से कर रहे सबसिडी का इंतजार
- वेंडर व उपभोक्ता दोनों का निकल रहा पसीना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रधान मंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में 3 मेगावाट तक 78 हजार रुपए की सबसिडी मिलती है। सबसिडी के लालच में जिले में हजारों लोगों ने अपने घरों पर रूफ टॉप सोलर पैनल लगा लिए। अब ये लोग सबसिडी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। 5-5 महीने से सबसिडी नहीं आने से उपभोक्ता वेंडरों को परेशान कर रहे है। वेंडरों ने हंगर स्ट्राइक मूवमेंट ग्रुप बनाया। वेंडरों ने अक्सर सर्वर डाउन रहने व समय पर सबसिडी नहीं मिलने से नाराज होकर अन्न त्याग आंदोलन किया। अब वेंडर सब्सिडी शीघ्र मिले, इसके लिए ऑनलाइन ग्रेविएंस (शिकायत) सबमिट कर रहे हैं। इस योजना की एप्लीकेशन करने व सबसिडी सबमिट करने के लिए दो पोर्टल का इस्तेमाल करना पड़ता है। 4 दिन तक एमएसईडीसीएल का पोर्टल बंद पड़ा था। इधर महावितरण ने नंदनवन इलाके में स्कूटर रैली निकालकर प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का प्रमोशन किया। जनजागृति रैली के माध्यम से लोगों को योजना के फायदे समझाए। सबसिडी के साथ ही इससे होनेवाले फायदे गिनाएं। महाराष्ट्र का लक्ष्य 20 लाख घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाने का है। लेकिन जिन लोगों ने सोलर पैनल लगाए उनमें से कई लोगों को सबसिडी नहीं मिलने की जानकारी छिपाई जा रही है।
वेंडर व उपभोक्ता दोनों का निकल रहा पसीना
जिले में रूप टाप सोलर पैनल लगाने के लिए 400 वेंडर हैं। सबसिडी के लालच में लोगों ने खुद का पैसा लगाकर पैनल लगाए। अगस्त के पहले सप्ताह तक नागपुर समेत राज्य में 25 हजार 86 उपभोक्ताओं ने अपने घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम बिठाकर 101.18 मेगावाट सौर ऊर्जा पैदा करने का लक्ष्य प्राप्त किया था। इनमें अधिकांश लोग सबसिडी के लिए भटक रहे हैं। सर्वर डाउन और पोर्टल बंद रहने से वेंडरों का भी दिमाग खराब हो गया है। एप्लीकेशन सबमिट करने से लेकर सबसिडी मिलने तक वेंडर से लेकर उपभोक्ता दोनों का पसीना निकल जाता है।
3 मेगावाट तक 78 हजार की सबसिडी
एक मेगावाट के लिए 30 हजार, 2 मेगावाट के लिए 60 हजार और 3 मेगावाट के लिए 78 हजार सबसिडी सरकार की तरफ से दी जाती है। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य बिजली में आत्मनिर्भर होने के साथ ही प्रदूषण कम कराना है। अतिरिक्त बिजली महावितरण खरीदती है। पूरे देश में एक करोड लोगों को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया हैै।
पोर्टल अभी तक पूरी तरह अपडेट नहीं
पोर्टल अभी तक पूरी तरह अपडेट नहीं हो सका है। नागपुर समेत पूरे देश में पोर्टल की समस्या बनी हुई हैं। पोर्टल पर एप्लीकेशन स्वीकृत होने में लंबा समय लग रहा है। इस कारण सबसिडी मिलने में 5-5 महीने लग रहे हैं। प्रधानमंत्री सूर्य घर का पोर्टल व एमएसडीसीएल दोनों के सर्वर डाउन रहते हैं।
महावितरण ने निकाली स्कूटर रैली
महावितरण ने नंदनवन क्षेत्र में स्कूटर रैली के माध्यम से जनजागरण किया। इस रैली के दौरान नंदनवन और आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों को इस योजना के बारे में जानकारी दी गई और पर्यावरण के अनुकूल बिजली का उपयोग करने की अपील की गई। उपभोक्ताओं को मिलने वाली 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी, जीरो बिल आना, अतिरिक्त बिजली बेचना, पर्यावरण की रक्षा आदि के बारे में लोगों को बताया गया। सर्वर डाउन की समस्या दूर हो और समय पर सबसिडी नहीं मिलना यह योजना की बड़ी खामी है।
Created On :   20 Aug 2024 8:45 PM IST