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बीमारियां बढ़ रही: मेडिकल परिसर में जहां-तहां जलजमाव, गंदगी व मच्छरों का प्रकोप
- लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
- बीमारियों को लेकर सतर्क नहीं
- संक्रमण फैलने का खतरा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। दो साल पहले नागपुर महानगर पालिका के मलेरिया फाइलेरिया विभाग ने मेडिकल व मेयो के परिसर का सर्वेक्षण किया था। उस समय वार्ड परिसर, छात्रावास व अन्य स्थानाें पर कचरा, गंदगी, जलजमाव आदि पाया गया था। इस कारण वहां मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया था। इससे मरीजों उनके परिजनों समेत विद्यार्थी व डॉक्टरों पर संक्रामक बीमारियों के खतरे की आशंका व्यक्त की गई थी। मनपा के अधिकारियों ने इससे बचने के लिए उचित उपाययोजना करने की सलाह दी थी। कुछ समय तक स्वच्छता व मच्छरों का प्रकोप रोकने के लिए स्वच्छता निरीक्षक व सफाइकर्मियों द्वारा इसकी दखल ली गई। बाद में हालात ज्यों के त्यों हो गए। सोमवार को मेडिकल का मुआयना करने पर अनेक स्थानाें पर कचरा, गंदगी, जलजमाव, बदबू, मच्छरों का लार्वा आदि दिखायी दिये। मेडिकल प्रशासन अपने ही परिसर की स्वच्छता को लेकर गंभीर दिखायी नहीं देता।
दुर्गध से परेशानी, मच्छरों का प्रकोप : जिले में डेंगू, चिकुन गुनिया, मलेरिया आदि संक्रामक बीमारियों का प्रकोप है। इन बीमारियों का मुख्य कारण मच्छरों को माना जाता है। मच्छरों का प्रकोप ना हो इसलिए सावधानी बरतने की सलाह स्थानीय प्रशासन द्वारा दी जाती है। जिसमें कचरा, गंदगी, जलजमाव, दवाओं का छिडकाव आदि शामिल है। लेकिन मेडिकल प्रशासन इस मामले में गभीर नहीं है। यहां आवाजाही के रास्तों के किनारे, मुख्य इमारतों के पिछे व अन्य अनेक स्थानाें पर जलजमाव हो चुका है। वहां लार्वा जमा हो चुका है। मच्छरों का भयंकर प्रकोप है। एक-दो नहीं बल्कि अनेक स्थानों पर गड्ढे में पानी जमा हो चुका है। वहां से दुर्गंध आती है। वार्डों में मरीज भर्ती होते हैं, उसी इमारत के पिछले हिस्से में कचरा, गंदगी की भरमार है। यहां से वार्डों में मच्छरों का प्रवेश होता है। यहां की दुर्गंध मरीजों को परेशान कर रही है। यह आज-कल की नहीं बल्कि महीनों से सफाई नहीं होने का चित्र है।
कुछ दिन सुधार, फिर जैसे थे की स्थिति : स्वच्छता निरीक्षक व सफाइकर्मियों के साथ ही संबंधित अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जहां मरीज स्वस्थ होने आता है, वहीं बीमारियां फैलने के कारक है। गौरतलब है कि दो साल पहले मनपा के मलेरिया व फाइलेरिया विभाग के अधिकारी व उनकी टीम ने मेडिकल व मेयो अस्पताल के विविध परिसरों का मुआयना किया था। अनेक स्थानाें पर मच्छरों के प्रजनन होने के का पता चला था। इसके बाद दोनों अस्पताल प्रशासन को मच्छरों का प्रकोप रोकने उपाययोजना करने का निर्देश दिया गया था। उस समय कुछ दिनों तक स्थिति में सुधार हुआ था। जैसे ही बरसात कम हुई हालात ज्यों के त्यों हो गए।
Created On :   26 Aug 2024 7:18 PM IST