- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- राज ठाकरे पर भरोसे में कमी, मनसे का...
राजनीतिक बयानबाजी: राज ठाकरे पर भरोसे में कमी, मनसे का इस्तेमाल न होने दें
- राकांपा एसपी के विधायक रोहित पवार ने कहा
- केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी से की भेंट
- कंगना रनौत पर कार्रवाई करें
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे को मराठी अस्मिता, संविधान व महाराष्ट्र धर्म पर विश्वास करनेवाला नेता ठहराते हुए राकांपा एसपी के विधायक रोहित पवार ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा है- राज ठाकरे पर लोगों को भरोसा कम होता दिख रहा है। भाजपा छोटे दलों का इस्तेमाल करते रहती है। मनसे का इस्तेमाल नहीं होने देने की चिंता राज ठाकरे करें।
किसान आंदोलन को लेकर भाजपा सांसद कंगना रानावत का निषेध करते हुए उन्होंने कहा कि कंगना के विरुद्ध कार्रवाई होना चाहिए। सोमवार को रोहित पवार ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी से भेंट की। बाद में मोर्शी में कार्यक्रम के लिए रवाना हुए। इस बीच पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा-गडकरी से मुलाकात विकास कार्याें के विषयाें को लेकर की है। भाजपा में गडकरी समान कम ही नेता होंगे जो अन्य दलों के जनप्रतिनिधियों को भी सहयोग करते हैं। राज ठाकरे ने एक दिन पहले नागपुर में ही शरद पवार को लेकर बड़ा बयान दिया था।
राज ने कहा था कि राकांपा के गठन के बाद से महाराष्ट्र में जातिवाद और तोड़फोड़ की राजनीति आरंभ हुई है। राज्य में जाति का जहर घोलने के लिए शरद पवार जिम्मेदार है। इस संदर्भ में रोहित पवार ने कहा-राज ठाकरे कभी भाजपा के विरोध में तो कभी उनके पक्ष में बोलते हैं। कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में तो कभी उनके पक्ष में बोलते थे। शरद पवार के बारे में भी उनकी भूमिका बदलती रहती है। इसलिए उनपर लोगों को भरोसा कम होता दिख रहा है। उनकी पार्टी का एक ही विधायक है। नाशिक मनपा की सत्ता भी उनके हाथ में नहीं है।
किसान आंदोलन को लेकर कंगना रानावत के विवादित बयान पर रोहित ने कहा कि कंगना कलाकार है। उन्हें राजनीति की जानकारी नहीं है। अभी सांसद बनी है। जिस विषय की जानकारी न हो उसपर नहीं बोलना चाहिए। कंगना पर कार्रवाई की मांग की गई है। संभाजीनगर में भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य में महिला सुरक्षा का सवाल है ऐसे में भाजपा के लोग काल्पनिक विषय के साथ आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन कहां और क्यों करना है यह भी उन्हें नहीं समझ रहा है। चर्चा के समय रायुकां के प्रदेश कार्याध्यक्ष शैलेंद्र तिवारी उपस्थित थे।
Created On :   26 Aug 2024 7:41 PM IST