Nagpur News: युवाओं में रीडिंग हैबिट बढ़ाने की नई पहल शुरू, तकनीकी शिक्षा विभाग ने उठाया बीड़ा

युवाओं में रीडिंग हैबिट बढ़ाने की नई पहल शुरू, तकनीकी शिक्षा विभाग ने उठाया बीड़ा
  • तकनीकी शिक्षा विभाग की नई पहल शुरू

Nagpur News. आज देश का युवा वर्ग ‘रीडिंग हैबिट’से दूर होता जा रहा है, इसलिए युवा पीढ़ी में पुस्तक वाचन के प्रति रुझान बढ़ाने के उद्देश्य से उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने अभिनव पहल शुरू की है। इस नई पहल के तहत शिक्षा विभाग ने राज्यभर के विश्वविद्यालय, जूनियर और सीनियर कॉलेजों में 1 से 15 जनवरी तक ‘वाचन संकल्प महाराष्ट्र का’ उपक्रम चलाने का निर्णय लिया है। इसके चलते नए साल के पहले दिन नागपुर विवि में इस नई पहल की शुरुआत की गई है।

यह होंगे कार्यक्रम

1 जनवरी 2025 से शुरु किए गए इस पखवाड़ा में वाचन, वाचन संवाद, वाचन कौशल कार्यशाला, पुस्तक परीक्षण और कथन स्पर्धा आयोजित की जाएगी। शिक्षा विभाग ने उपक्रम के लिए राज्य स्तरीय समिति, विभाग स्तरीय समिति, जिला स्तरीय समिति, महाविद्यालयीन स्तरीय समिति नियुक्त करने के भी निर्देश दिए हैं। इसके तहत बुधवार को नागपुर विवि के जमनालाल बजाज प्रशासकीय भवन में वाचन कौशल कार्यशाला आयोजित की गई। विवि ज्ञान स्रोत केंद्र, छात्र विकास विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना की संयुक्तता में कार्यशाला का आयोजन किया गया।

ज्ञान प्रसार भारत की परंपरा

कार्यशाला में मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार विजय फणशीकर ने कहा कि ज्ञान प्रसार करने की भारत की परंपरा है। कई वर्ष पहले एक चीनी यात्री भारत आने के बाद 16 वर्षों तक भारत में रहा। पहले ग्रंथ पत्थर, भोजपत्र, कपड़े पर हाथ से लिखे जाते थे। हाथ से किताबें लिखना बहुत कठिन कार्य था, इसलिए एक किताब लिखने में कई साल लग जाते थे। ऐसी करोड़ों पुस्तकें भारत में लिखी गईं। इसे एक चीनी यात्री ने एकत्रित किया था। भारत के लोगों ने कई किताबें उन्हे सहजता से दे दीं। ऐसी भारत की ज्ञान को साझा करने और संरक्षित करने की एक महान परंपरा थी। अध्यक्षता प्रभारी प्र-कुलगुरु डॉ. राजेंद्र काकड़े ने की। इस दौरान कुलसचिव डॉ. राजू हिवसे, ज्ञान स्रोत केंद्र के निदेशक तथा छात्र विकास विभाग के प्रभारी निदेशक डॉ. विजय खंडाल उपस्थित थे।

पुस्तक प्रदर्शनी

इस समयावधि में वाचन पखवाड़ा निमित्त कॉलेज, सार्वजनिक ग्रंथालयों में पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, साथ ही ग्रंथालयों में अधिकाधिक विद्यार्थियों का पंजीयन करने का प्रयास किया जाएगा। यह उपक्रम राज्यभर के कॉलेज, विश्वविद्यालय, ग्रंथालयों में चलाया जाएगा। इसमें शहरी और ग्रामीण दोनों भाग के छात्र शामिल हो सकेंगे।

Created On :   2 Jan 2025 5:57 PM IST

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