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Nagpur news: मिहान में फूड व हर्बल पार्क का उद्घाटन, किसानों के लिए वरदान साबित होगा पतंजलि

- रोज 800 टन संतरे की होगी खपत
- विदर्भ के किसानों को मिलेगी राहत : गडकरी
Nagpur news. पतंजलि फूड व हर्बल पार्क में संतरे पर प्रोसेसिंग की जाएगी, इसके बाद वह माल मार्केट में जाएगा। संतरे की ग्रेडिंग व संग्रह इसी प्लांट में होगा। यह प्रोजेक्ट संतरा उत्पादकों के लिए वरदान साबित होगा। इस प्रोजेक्ट को राज्य सरकार का पूरा सहयोग रहेगा। पतंजलि व राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से यहां सर्वसुविधायुक्त नर्सरी तैयार की जाएगी। ये उद्गार उमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को व्यक्त किए।
9 साल पहले का किया जिक्र
मिहान परिसर स्थित पतंजलि फूड आैर हर्बल पार्क का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने किया। इस अवसर पर योगगुरु बाबा रामदेव, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के व्यवस्थापकीय संचालक आचार्य बालकृष्ण, कृषि राज्यमंत्री एड. आशीष जयस्वाल, विधायक डॉ. आशीष देशमुख, समीर मेघे आदि उपस्थित थे। सीएम फडणवीस ने कहा कि मुझे याद है कि आज से 9 साल पहले हमने मेगा फूड पार्क की नींव रखी थी। कई तकलीफें आईं, मैंने जब भी बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण से बात की तो उन्होंने कहा था कि आप नागपुर की चिंता नहीं करिए, हम वहां का काम पूरा करेंगे और उन्होंने इसे पूरा करके भी दिखाया।
हमने फ्री में जमीन नहीं दी
सीएम फडणवीस ने कहा कि जिस समय हमने बाबा रामदेव से नागपुर में आने का अनुरोध किया था, कई राज्यों की सरकारें उन्हें मुफ्त में जमीनें दे रहीं थी और उन्हें बुला रही थीं। मैंने और गडकरी ने बाबा रामदेव से निवेदन किया तो उन्होंने कहा कि मैं नागपुर में ही आऊंगा। उन्होंने कहा कि बाबा को मुफ्त में जमीन नहीं दी और न ही इसका टेंडर दिया। हमें तो पारदर्शिता रखनी थी, इसलिए हमने कहा कि जो जमीन का ज्यादा भाव देगा उसे ही जमीन दी जाएगी। हमारी इच्छा है कि इसमें सबसे ज्यादा भाव देकर जमीन आपको देनी चाहिए। बाबा रामदेव ने इस चैलेंज को स्वीकार किया। हमने इसको लेकर तीन बार टेंडर निकाला और तीनों बार पतंजलि के अलावा कोई इसे लेने के लिए नहीं आया।
पार्क में संतरे की कटाई और पैकेजिंग का होगा काम
सीएम ने कहा कि इस पार्क में संतरे की सम्पूर्ण प्रक्रिया, कटाई से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग तक, एक ही स्थान पर होगी। इससे संतरे के अपव्यय को कम किया जा सकेगा और किसानों को ज्यादा लाभ मिलेगा। पतंजलि सभी प्रकार के संतरे का उपयोग करेगा, चाहे वह किसी भी आकार या गुणवत्ता का क्यों न हो। इसके अलावा, छिलके और गुठली तक का उपयोग करके बर्बादी को रोका जाएगा और अधिकतम उत्पादन हासिल किया जाएगा।
आधुनिक कोल्ड स्टोरेज की सुविधाएं
पार्क में आधुनिक कोल्ड स्टोरेज की सुविधाएं भी होंगी, जहां किसान अपने उत्पादों को सुरक्षित रख सकते हैं और जब चाहें उसे बेच सकते हैं। इससे उन्हें बाजार की उतार-चढ़ाव से बचाने में मदद मिलेगी। एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि पतंजलि यहां एक नर्सरी भी स्थापित करेगा जिससे संतरे के पौधे उगाए जा सकेंगे। इससे क्षेत्र में संतरा उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी। संतरा बोर्ड बनाने की घोषणा से संतरा उत्पादकों को और अधिक सहायता मिलने की उम्मीद है। राज्य सरकार की ओर से इस प्रोजेक्ट के लिए हर संभव सहायता की जाएगी।
विदर्भ के किसानों को मिलेगी राहत : गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नागपुर में पतंजलि फूड और हर्बल पार्क विदर्भ क्षेत्र के किसानों के लिए राहत लेकर आएगा। क्षेत्र में 10000 से ज्यादा किसान आत्महत्याएं हुई हुई हैं। कपास, सोयाबीन, संतरा जैसी महत्वपूर्ण फसल को भाव न मिलने के कारण किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं। पतंजलि फूड पार्क में प्रोसेसिंग के लिए छोटे संतरे का उपयोग किया जाएगा। किसान बड़े संतरे को दूसरी जगह बेचकर मुनाफा कमा सकेंगे। साथ ही उन्हें पतंजलि में उनके बी और सी ग्रेड के संतरे का भी अच्छा भाव मिलेगा। पतंजलि के इस पार्क में एक दिन में लगभग 800 टन संतरे की आवश्यकता रहेगी। संतरा उत्पादक किसानों के लिए यह प्रकल्प वरदान साबित होगा।
अच्छी कलम तैयार करें
गडकरी ने बताया कि संतरा उत्पादक किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में स्पेन की यात्रा पर गया था। वहां उन्होंने वैलेशिया के संतराें के बागों का अध्ययन किया। वहां के किसान एक प्रति एकड़ में 30 से 35 टन संतरा उत्पादन कर रहे हैं, जबकि हमारे किसान केवल 4-5 टन ही कर पा रहे हैं। हमनें उनसे संतरे का उत्पादन बढ़ाने के लिए तकनीक की जानकारी ली। हमने एक फिल्म बनाई है। संतरा उत्पादक किसानों का वर्कशॉप लेकर उन्हें उस तकनीक की जानकारी देंगे।
लॉजिस्टिक कॉस्ट कम करने का प्रयास
गडकरी ने बताया कि नागपुर में संतरे की ग्रेडिंग सेंटर बनाने की आवश्यकता है। नागपुर से संतरा बांगलादेश एक्सपोर्ट होता है, लेकिन वहां की सरकार ने संतरे पर 85 प्रतिशत ड्यूटी लगा रखी है। लाॅजिस्टिक कॉस्ट भी काफी ज्यादा है। हम लाॅजिस्टिक कॉस्ट कम करने का प्रयास कर रहे हैं। वर्धा के ड्राइपोर्ट से माल हल्दिया जाएगा और वहां से पानी के रास्ते बांगलादेश भेजा जाएगा। इससे लॉजिस्टिक कॉस्ट कम होगी।
संतरे की अच्छी नर्सरी तैयार करना आवश्यक
गडकरी ने कहा कि यहां के संतरा उत्पादक किसानों के लिए अच्छे किस्म की कलम और बीज वाली अत्याधुनिक नर्सरी तैयार करना आवश्यक है। वैलेंशिया और नागपुर के संतरे की कलम को मिलाकर उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करना होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस से संतरे की कलम और बीज में सुधार के लिए अत्याधुनिक लैबोरेटरी तैयार करने का आग्रह किया।
कृषि क्रांति का शंखनाद : बाबा रामदेव
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि मिहान में आज 800 टन संतरे का जूस निकालने का संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। इस जूस में एक प्रतिशत भी पानी और शुगर नहीं होगा। इसके अलावा हम संतरे के छिलके का उपयोग तेल निकालने के लिए करेंगे। किसानों को अपनी उपज का पूरा दाम मिलेगा। देश के लोगों को पीने के लिए अच्छा जूस मिलेगा। रामदेव ने कहा कि यह एशिया का सबसे बड़ा फूड प्रोसेसिंग पार्क हैं। इससे पहले पंतजलि ने ही हरिद्वार में एशिया का सबसे बड़ा फूड पार्क बनाया था। अब मिहान के इस प्लांट में आसपास के राज्यों का संतरा भी आएगा। बाबा रामदेव ने दावा किया कि इस प्लांट के बाद और भी कई प्लांट लगाए जाएंगे। एक प्रकार से यह कृषि क्रांति का शंखनाद होगा। इससे पहले आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कोरोना काल के कारण इस प्लांट को शुरू करने में कई दिक्कतें आईं। प्लांट की प्रतिदिन 800 टन की प्रोसेसिंग क्षमता है। इस प्लांट में हम ग्रेड ए,बी,सी और आंधी से टूटकर गिरने वाले संतरे को प्रोसेस करेंगे। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमारा यह प्लांट पूरी तरीके से जीरो वेस्टेड सिस्टम पर काम करेगा।
Created On :   10 March 2025 6:57 PM IST