Nagpur News: महिला व बाल कल्याण की पहल, आंगनवाड़ी के 60 हजार बच्चे पढ़ेंगे अंग्रेजी के पाठ

महिला व बाल कल्याण की पहल, आंगनवाड़ी के 60 हजार बच्चे पढ़ेंगे अंग्रेजी के पाठ
  • कान्वेंट के प्रति बढ़ता रुझान कम होगा
  • जिप की 2212 आंगनवाड़ियों में उपक्रम

Nagpur News। आंगनवाड़ियों को बच्चों के पोषण आहार तक सीमित नहीं रखते हुए, उनमें शैक्षणिक गतिविधियां विकसित करने का संकल्प जिला परिषद के महिला व बाल कल्याण विभाग ने लिया है। बालगीतों के माध्यम से बच्चों को अंग्रेजी के पाठ पढ़ाए जाएंगे। स्थानीय स्तर पर पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। हर महीने का पाठ्यक्रम आंगनवाड़ी सेविकाओं को दिया जाएगा। जिला स्तर पर पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें तहसील स्तर पर आंगनवाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस उपक्रम से बच्चों में अंग्रेजी सिखने की रूचि उत्पन्न होगी। महिला व बाल कल्याण विभाग का दावा है कि इससे पालकों में कान्वेंट के प्रति बढ़ता रुझान कम होगा और आंगनवाड़ी में बच्चों बेहतर शिक्षा मिलने का आत्मविश्वास पैदा होगा।

ऐसे किया जाएगा अमल

आंगनवाड़ी सेविका बालगीत एक्शन के साथ गाकर बच्चों से गवांएगी, जिससे बच्चों को गाने-गाने में शब्दों का ज्ञान मिलेगा। महीने भर में 10 क्रियादर्शक (एक्शन) शब्द, 10 पारिवारिक शब्द पढ़ाए जाएंगे। 3 तुकबंदी शब्द (राइमिंग वर्ड) लिखवाए जाएंगे। इस तरह आंगनवाड़ी सेविका को हर महीने का पाठ्यक्रम दिया जाएगा। हर महीने अनुपालन का निरीक्षण किया जाएगा। आंगनवाड़ी सेविका को कोई दिक्कत आने पर विभाग के वरिष्ठ उसे हल करेंगे।

जिप की 2212 आंगनवाड़ियों में उपक्रम

जिला परिषद के अधीनस्थ ग्रामीण क्षेत्र की 2212 आंगनवाड़ियाें में 60 हजार बच्चे हैं। इस उपक्रम से ग्रामीण क्षेत्र में पालकों के अपने बच्चों को कान्वेंट में पढ़ाने के अरमान पूरे होंगे। 5 फरवरी से ग्रामीण क्षेत्र के सभी आंगनवाड़ियों में इस उपक्रम पर अमल की शुरुआत की गई है। निकट भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने का जिप महिला व बाल कल्याण विभाग कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कैलाश घोड़के ने विश्वास व्यक्त किया है।

Created On :   9 Feb 2025 5:34 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story