Nagpur News: अब एक क्लिक पर मिलेगा पोस्टमार्टम रिपोर्ट का स्टेटस

अब एक क्लिक पर मिलेगा पोस्टमार्टम रिपोर्ट का स्टेटस
  • देश का पहला पोर्टल हुआ कॉपीराइट
  • पुलिस व मृतक के परिजनों को नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर

Nagpur News अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नागपुर ने देश का पहला अनोखा पोर्टल तैयार किया है। यह पोर्टल पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार हुई या नहीं, इसकी जानकारी एक क्लिक पर देगा। अप्रैल माह के पहले हफ्ते में इस पोर्टल को कॉपीराइट मिला है। यह देश का पहला अनोखा पोर्टल बताया जा रहा है। इस पोर्टल पर रिपोर्ट का अपडेट स्टेटस दिखने से अब पुलिस व मृतक के परिजनों को चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जब रिपोर्ट तैयार हो जाएगी, तो वह संबंधित पुलिस को मैन्युअली दे दी जाएगी। इसके लिए एक बार एम्स के संबंधित विभाग से संपर्क करना होगा।

परिजनों को नहीं करनी पड़ेगी पूछताछ | मृतक के परिजनों को भी इधर-उधर पूछताछ नहीं करनी पड़ेगी। बार-बार पुलिस थाने के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे पोर्टल के माध्यम से रिपोर्ट का स्टेटस देख सकेंगे। एम्स में विदर्भ सहित मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना राज्य से गंभीर अवस्था में मरीजों को उपचार के लिए लाया जाता है। मृत्यु होने पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट एम्स के फोरेंसिक विभाग द्वारा पुलिस विभाग को दी जाती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट न्यायालयीन प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। पहले पुलिस को रिपोर्ट के लिए चक्कर कांटने पड़ते थे तथा मृतक के परिजनों को यहां-वहां पूछताछ करनी पड़ती थी। इस समस्या का हल निकालने के लिए एम्स ने यह पोर्टल शुरू किया है। 3 अप्रैल को इस पोर्टल को कॉपरराइट मिला है। फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ. मनीष श्रीगिरीवार ने इस पोर्टल पर काम शुरू किया था। अब इस पोर्टल पर जानकारियां संग्रहित करने का काम शुरू हो चुका है।

अज्ञात मृतकों का उपलब्ध ब्योरा होगा संग्रहित मृतक ज्ञात व अज्ञात होते हैं। अज्ञात मृतकों का पुलिस विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में पोस्टमार्टम कराया जाता है। पुलिस द्वारा संबंधित मृतक के रिश्तेदारों की खोज करती है। रिश्तेदार मिलने पर उन्हें अंत्येष्टि के लिए मृतदेह सौंपा जाता है। कई बार ऐसा भी होता है कि, परिजन या रिश्तेदारों का पता नहीं लगने पर पुलिस विभाग द्वारा अंत्येष्टि की जाती है। एम्स के पोर्टल पर मृतक की फोटो, उसके पास मिली सामग्री की फोटो अपलोड की जा रही है। इससे भविष्य में अज्ञात मृतकों के परिजन सामने आने पर उन्हें पोर्टल पर संग्रहित फोटो के आधार पर मृतक की पहचान करने में आसानी होगी।

हफ्ते में दो बार अपडेट किया जाएगा| हर हफ्ते में दो बार इस पोर्टल को अपडेट किया जाएगा। एम्स के प्रभारी संचालक डॉ. पी. पी. जाेशी के प्रयास से इस पोर्टल को तैयार किया गया है। डॉ. मनीष श्रीगिरीवार ने पोर्टल तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। देश के किसी भी सरकारी अस्पताल को ऐसी शुरुआत करनी हो, तो एम्स की ओर से मदद की जाएगी।

Created On :   15 April 2025 12:48 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story