Nagpur news: महाज्योति का बजट 300 करोड़ का, मिले सिर्फ 100 करोड़, करोड़ों की निधि की पूरक मांग

महाज्योति का बजट 300 करोड़ का, मिले सिर्फ 100 करोड़, करोड़ों की निधि की पूरक मांग
  • सरकार से की गई 495 करोड़ के निधि की पूरक मांग
  • एमपीएससी, यूपीएससी व पीएचडी संबंधी योजनाएं चलाने में हो रहीं दिक्कतें

Nagpur news. ओबीसी, एनटी, वीजे व एसबीसी वर्ग के विद्यार्थियों के कल्याण के लिए बनाए गए महाज्योति का बजट 300 करोड़ का है, लेकिन सरकार से केवल 100 करोड़ मिले हैं। महाज्योति विद्यार्थियों को भर्ती पूर्व प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के साथ ही एमपीएससी व यूपीएससी की तैयारी में लगे उम्मीदवारों को कोचिंग भी उपलब्ध कराती है। इसके लिए उम्मीदवारों को विद्यावेतन भी दिया जाता है।

इसलिए पूरक बजट की मांग

सरकार से कम बजट मिलने के कारण विद्यार्थियों से संबंधित योजनाएं क्रियान्वित करने में कठिनाई हो रही है। महाज्योति का लक्ष्य एमपीएससी व यूपीएससी की तैयारी में लगे उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाने का है। सरकार से 495 करोड़ के निधि की पूरक मांग की गई है।

3 हजार विद्यार्थी लाभ ले चुके हैं

ओबीसी, एनटी, वीजे व एसबीसी वर्ग के विद्यार्थियों को शिक्षा व नौकरी में ज्यादा से ज्यादा अवसर प्रदान हो, इस उद्देश्य से महाज्योति का गठन किया गया है। वैसे महाज्योति का गठन 2019 में हुआ, लेकिन विद्यावेतन व कोचिंग उपलब्ध कराने का काम 2022 से शुरू हुआ। एमपीएससी व यूपीएससी कोचिंग के लिए पहले साल 500-500, दूसरे साल 1000-1000 और तीसरे साल 1500-1500 उम्मीदवारों को मौका दिया गया।

संख्या बढ़ाने का इरादा : अब महाज्योति का इरादा 2000-2000 उम्मीदवारों को अवसर प्रदान करने का है, लेकिन 300 करोड़ के बजट में से केवल 100 करोड़ की निधि ही प्राप्त हो सकी है। महाज्योति पीएचडी करनेवाले को पांच साल तक हर महीने 37 हजार फेलोशिप के रूप में देती है। अभी तक 3 हजार विद्यार्थी इसका लाभ ले चुके है। यह संख्या भी बढ़ाना है, लेकिन बजट नहीं बढ़ने से संभव नहीं हो पा रहा है। महाज्योति शिक्षित युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी चलाती है। पात्र उम्मीदवारों को मिलीटरी भर्ती पूर्व प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के साथ ही 6 महीने तक हर महीने 10 हजार विद्यावेतन व एक बार 12 हजार की आकस्मिक निधि दी जाती है।

एमपीएससी : महाज्योति पात्र उम्मीदवार को कोचिंग उपलब्ध कराने के साथ ही 11 महीने तक हर महीने 10 हजार विद्यावेतन व एक बार 12 हजार की आकस्मिक निधि देती है। पूर्व परीक्षा पास होने पर 15 हजार व मुख्य परीक्षा पास होने पर 10 हजार की आर्थिक मदद दी जाती है।

यूपीएससी : महाज्योति पात्र उम्मीदवार को कोचिंग उपलब्ध कराने के साथ ही 11 महीने तक हर महीने 13 हजार विद्यावेतन व एक बार 18 हजार की आकस्मिक निधि देती है। पूर्व परीक्षा पास होने पर 50 हजार व मुख्य परीक्षा पास होने पर 25 हजार की आर्थिक मदद दी जाती है।

विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कई योजनाएं

प्रशांत वावगे, मुख्य लेखा व वित्त अधिकारी महाज्योति के मुताबिक महाज्योति विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। इसके सार्थक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। राज्य में एमपीएससी व यूपीएससी की तैयारी करनेवाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाने की हमारी तैयारी है। सरकार से जितनी निधि मिलती है, उस हिसाब से बोर्ड आफ डायरेक्टर्स निर्णय लेकर योजनाएं क्रियान्वित करती है। पूरक निधि की मांग की गई है। 300 करोड़ के बजट में से शेष बची निधि मिलने की उम्मीद है।


Created On :   10 March 2025 7:48 PM IST

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