Nagpur News: कार पर सांसद का लोगो लगा कर घूमने वाला निकला ठग , पहुंचा सीखचों में

कार पर सांसद का लोगो लगा कर घूमने वाला निकला ठग , पहुंचा सीखचों में
  • वैज्ञानिक को राज्यपाल बनवाने का झांसा देकर लगाई 5 करोड़ की चपत
  • नागपुर से गिरफ्तार कर ले गई नाशिक सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम
  • खुद को बताता था राजनीतिज्ञों का करीबी

Nagpur News खुद को राजनीतिज्ञों का करीबी बताकर कथित तौर पर तामिलनाडू के एक वैज्ञानिक को राज्यपाल बनवाने का झांसा देकर 5 करोड़ की ठगी करने वाले को नागपुर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी निरंजन सुरेश कुलकर्णी है। निरंजन को नाशिक सेंट्रल क्राइम ब्रांच की टीम गिरफ्तार कर ले गई। आरोपी की 17 दिसंबर तक रिमांड हासिल की है। चौंकाने वाली बात यह है कि, कुलकर्णी ने इस काम के लिए 15 करोड़ रुपए 'सेवा शुल्क' मांगा था। निरंजन की कार पर सरकार का लोगो भी था, जिस पर ‘सांसद' लिखा था। पारिवारिक विवाद के कारण कुलकर्णी की पत्नी अलग रहती है। जांच में पता चला है कि, उसने राजनीतिक गलियारों में कई लोगों को अपना शिकार बनाया है।

वैज्ञानिक ने दर्ज कराई शिकायत : नाशिक संवाददाता के अनुसार तमिलनाडु के चेन्नई स्थित तिरुवनमियूर के 56 वर्षीय पेशे से वैज्ञानिक नरसिम्हा रेड्डी दामोदर रेड्डी ने शिकायत दर्ज कराई कि, उनके साथ निरंजन कुलकर्णी ने ठगी की है। मामला दर्ज होने के बाद नाशिक क्राइम ब्रांच की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डॉ. आंचल मुदगल ने निरंजन को नागपुर से गिरफ्तार किया। नरसिम्हा रेड्डी का आरोप है कि, उन्होंने 7 फरवरी से 2 अप्रैल 2024 के बीच कुलकर्णी को कुल 5 करोड़, 8 लाख, 99 हजार, 876 का भुगतान किया। इस राशि में 60 लाख नकद दिए, जबकि शेष राशि रेड्डी और उनके रिश्तेदारों के बैंक खातों से कुलकर्णी के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई।

फोन पर जान से मारने की धमकी दी : रेड्डी को जब राज्यपाल बनवाने का कोई विकल्प नजर नहीं आया, तब उन्हें एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है। उन्होंने कुलकर्णी से पैसे वापस मांगे, तो उसने पैसे से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, फोन पर जान से मारने की धमकी भी दी। मामले के दर्ज होने के बाद पुलिस पर राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश की। पुलिस ने गोपनीयता बरतते हुए आरोपी निरंजन कुलकर्णी को नागपुर से रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मुंबई नाका पुलिस ने मामले को सार्वजनिक किया।

हाई-प्रोफाइल लाइफ जीने का शौक : निरंजन कुलकर्णी ने खुद को आरएसएस के धर्म जागरण विभाग का कार्यकर्ता बताया और अपने राजनीतिक प्रभाव का बखान किया। सूत्रों से पता चला है कि, वह कई महीनों से संगठन में सक्रिय नहीं था। कुलकर्णी के पिता एक दशक पहले महावितरण विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे। कुलकर्णी के पास राजनीतिक नेताओं और अधिकारियों के साथ कई तस्वीरें थीं और उसे हाई-प्रोफाइल लाइफस्टाइल जीने का शौक था।

होटल के कमरे से गिरफ्तार पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि, निरंजन कुलकर्णी ने करोड़ों रुपए कहां छिपाए हैं। पता चला है कि, उसने ऐशो-आराम और मौज-मस्ती पर पैसे खर्च किए हैं। पिता के नाम पर फिक्स डिपॉजिट के रिकॉर्ड मिले हैं। कुलकर्णी को पुलिस ने नागपुर के एक होटल से गिरफ्तार किया है। फिलहाल वह 17 दिसंबर तक नाशिक पुलिस की रिमांड में है। केंद्रीय क्राइम ब्रांच मामले की गहन जांच कर रही है।

Created On :   11 Dec 2024 1:12 PM IST

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