- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- कांग्रेस में बी टीम संबंधी राहुल के...
Nagpur news: कांग्रेस में बी टीम संबंधी राहुल के बयान पर बोले कार्यकर्ता- ये तो प्रभावी रहते हैं

- शिकायतों पर सुनवाई नहीं होने का आरोप
- जिले में खुलकर दिखते हैं ऐसे गुट
- एक-दूसरे की जीत आसान करने की रणनीति काम करती है
Nagpur news. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुजरात में दिए ‘बी’ टीम वाले बयान को लेकर पार्टी में ही विविध प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। जिले में पार्टी की स्थिति को लेकर कहा जा रहा है कि, ‘बी’ टीम ही सबसे अधिक प्रभावी रहती है। शिकायतों की सुनवाई नहीं होती है। दिल्ली से भेजे जाने वाला निगरानी दल या नेता भी ‘बी’ टीम का सहयोगी बन जाता है। राहुल गांधी ने कहा है कि, कांग्रेस की ‘बी’ टीम में ऐसे नेता हैं जो भाजपा के लिए काम करते हैं। उन्हें पार्टी से मुक्त किया जाएगा। इस पर स्थानीय स्तर पर भी चर्चा चल रही है। ‘दैनिक भास्कर’ से अनेक कार्यकर्ताओं व नेताओं ने इस विषय पर विचार साझा किए।
कई नेताओं को पार्टी छोड़ने के लिए विवश होना पड़ता है
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव किशोर गजभिये ने कहा- ‘बी’ टीम के कारण कई कार्यकर्ताओं व नेताओं को कांग्रेस छोड़ने पर विवश होना पड़ता है। केंद्र में भाजपा गठबंधन की सत्ता के पहले कांग्रेस में परिचर्चा हुई थी। विषय था- आरएसएस पर प्रतिबंध किया जाए या नहीं। तब कांग्रेस में ही नेताओं का समूह दो भागों में बंट गया था। 50 प्रतिशत नेताओं ने प्रतिबंध के मत का विरोध किया।
एक-दूसरे की जीत आसान करने की रणनीति काम करती है
कांग्रेस में पुराने नेता के नाम पर ऐसे नेताओं को रहने दिया जाता रहा है जो व्यावसायिक या अन्य कारणों से सीधे तौर पर भाजपा के नेताओं के सहयोगी हैं। नागपुर में भी दिन में कांग्रेस व रात में भाजपा में रहने वाले नेताओं की कमी नहीं है। स्थिति यह है कि, कांग्रेस में पद व उम्मीदवारी भी भाजपा के नेता तय करने लगते हैं। एक दूसरे की जीत आसान करने की रणनीति काम करती है।
कार्रवाई की बात करने में बहुत देर हो गई : पूर्व विधायक अशोक धवड़ ने कहा- ‘बी’ टीम पर कार्रवाई की बात करने में बहुत देर हो गई है। चुनाव के पहले ही ‘बी’ टीम के नेताओं की पहचान कर कार्रवाई की जाती, तो परिणाम कुछ और होता। कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती अन्य दलों के लिए काम कर रहे नेता ही हैं।
पार्टी में कोई सुनवाई नहीं होती
पूर्व प्रदेश सचिव नरेंद्र जिचकर तीखे शब्दों में कहते हैं- कांग्रेस में भाजपा का स्लीपर सेल काम करता है। मैंने कांग्रेस में 22 हजार डिजिटल सदस्य बनवाए। संगठन के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किए, लेकिन उदयपुर बैठक के निर्णयों का पालन करने का सवाल पूछने लगा, तो मेरे साथ झूमाझटकी की गई। प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में इस तरह की घटनाओं से कार्यकर्ताओं का मनोबल कम होता है। पार्टी से निलंबित करने के बाद भी मैं राहुल गांधी की यात्रा में शामिल हुआ, लेकिन पार्टी में कोई सुनवाई नहीं हुई।
एक्सपोज करने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती
शहर महासचिव रमण पैगवार ने कहा- पार्टी में निगरानी समिति नहीं दिखती है। पद, स्थान व रुतबा बनाए रखने के लिए भाजपा के बड़े नेताओं के लिए काम करने वालों की कमी नहीं है। अफसाेस है कि, पहचान किए जाने के बाद भी ‘बी’ टीम के नेताओं पर कार्रवाई नहीं होती है। युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बंटी शेलके ने कहा कि, चुनाव के समय ‘बी’ टीम एक्सपोज हुई। राहुल गांधी ने अब जो निर्णय लिया वह स्वागत योग्य है।
Created On :   10 March 2025 8:45 PM IST