Nagpur News,: 1 अक्टूबर से खुलेगी जंगल सफारी , 3 महीने बाद फिर मिलेगा जंगल घूमने का आनंद

1 अक्टूबर से खुलेगी जंगल सफारी , 3 महीने बाद फिर मिलेगा जंगल घूमने का आनंद
  • बारिश में तीन माह बंद रहती है जंगल सफारी
  • खुलने के बाद 15 दिनों तक आफलाइन बुकिंग
  • बाद में आनलाइन भी की जाएगी बुकिंग

Nagpur News जंगल घूमनेवाले शौकिनों का इंतजार अब खत्म होनेवाला है। 4 दिन बाद यानी1 अक्तूबर से विदर्भ की जंगल सफारियां शुरू हो जाएगी। जिसके बाद यहां घूमने का लुत्फ उठाया जा सकेगा। केवल नागपुर जिले की बात करें तो पेंच टाइगर रिजर्व व उमरेड करांडला की सफारियों को 15 अक्तूबर तक ऑन स्पॉट शुरू किया जाएगा। पश्चात ऑनलाइन बुकिंग होगी। इसके अलावा विदर्भ की बोर व्याघ्र प्रकल्प, नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प, ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प आदि भी अक्तूबर महीने से शुरू होने वाले हैं।

विदर्भ में कई जंगली क्षेत्र हैं, जिसमें पेंच व्याघ्र प्रकल्प, बोर व्याघ्र प्रकल्प, उमरेड-पवनी करांडला अभारण्य व टिपेश्वर अभारण्य आदि शामिल हैं। यहां हर वर्ष मुख्यत: ग्रीष्म में पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। जंगल क्षेत्र का अनुभव व इनके बीच वन्यजीवों की उपस्थिति हर किसी के लिए रोमांच का कारण रहता है। ऑनलाइन बुकिंग कर देशभर से पर्यटक यहां पहुंचते हैं व जंगल सफारी का लुत्फ उठाते हैं। इस वर्ष भी मार्च माह से बहुत ज्यादा पर्यटक यहां दस्तक पहुंचे । जंगल की सैर करने के लिए बनाई गई सड़कें पूरी तरह से कच्ची यानी मिट्‌टी से बनी है। ऐसे में बारिश के बाद यहां बहुत ज्यादा कीचड़ हो जाता है। परिणामस्वरूप जीप या अन्य वाहन यहां फंस जाते हैं। जो पर्यटकों के लिए परेशानी के साथ असुरक्षित भी साबित होते हैं। इन बातों का ध्यान रखते हुए मानसून में इनकी सैर बंद की जाती है। इस बार भी 30 जून तक ही सफारी का लुत्फ उठाने

बारिश में होते हैं, जंगल विकास के काम : बारिश में जंगलों के भीतर विकास कार्य किया जाता है। जिसमें जंगलों के खाली जगहों पर पौधारोपण किया जाता है। कुछ चिह्नित जगहों पर बहुत ज्यादा बढ़ी घास को काटा जाता है। इसके अलावा बारिश का मौसम वन्यजीवों का कुनबा बढ़ाने के लिए भी मुख्य होता है।

इस साल नई मोगरकसा जंगल सफारी का भी लुत्फ : वर्तमान स्थिति में नागपुर जिले में पेंच, उमरेड करांडला व बोर व्याघ्र प्रकल्प का कुछ क्षेत्र इतनी ही सफारी रहती थी। लेकिन इस साल नई सफारी में पवनी रोड स्थित मोगरकसा सफारी भी मिलनेवाली है। जहां सैलानी जाकर जंगल भ्रमण के साथ वन्यजीवों का दीदार कर सकेंगे।1 अक्तूबर से सफारी शुरू होने वाली है। 15 दिनों तक ऑन स्पॉट सफारी शुरू रहेगी। इसके बाद ऑनलाइन सुविधा शुरू की जाएगी। - डॉ. प्रभुनाथ शुक्ला, क्षेत्र संचालक, पेंच व्याघ्र प्रकल्प नागपुर

Created On :   27 Sept 2024 8:57 AM GMT

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