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Nagpur News: देश में पहली बार नागपुर में चलेंगी 15 सेकंड में चार्ज होने वाली इलेक्ट्रिक बसें
- 15 मिनट के अंतराल पर नॉन-स्टॉप सेवा
- 130 यात्री एक बार में कर सकेंगे सफर
- 16 घंटे लगातार रिंग रोड पर चलेंगी यह बसें
Nagpur News उपराजधानी नागपुर को जल्द ही देश की अपनी तरह की पहली फ़्लैश चार्जिंग बसों की सौगात मिलने जा रही है। मंगलवार को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नागपुर शहर को सैटेलाइट सिटी काउंसिलों से जोड़ने के लिए फ्लैश-चार्जिंग (15 सेकंड में बैटरी चार्जिंग की तकनीक) आधारित इलेक्ट्रिक आर्टिकुलेटेड बस प्रणाली स्थापित करने की मंजूरी दी है। सड़क परिवहन मंत्रालय के सहयोग से इस परियोजना को नागपुर महानगरपालिका संचालित करेगी।
रोज 8000 लोगों को फायदा : बता दें कि, देश में अपनी तरह की इस पहली परियोजना में 18 मीटर लंबाई और 130 यात्रियों की क्षमता वाली 30 से अधिक आर्टिकुलेटेड बसें चलाने का प्रस्ताव है। आर्टिकुलेटेड बस प्रणाली के तहत चयनित बस स्टॉप पर 6 प्लस ओवरहेड 600 किलोवाट फ्लैश चार्जर के साथ रिंग रोड पर हर 15 मिनट की आवृत्ति के साथ नॉन-स्टॉप सेवा प्रदान की जाएगी। यह बसें लगातार 16 घंटे तक चलेंगी और हर दिन आठ हजार से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करेगी।
निर्बाध यात्रा : गौरतलब है कि फ्लैश-चार्जिंग तकनीक से बसों को ओवरहेड फ्लैश-चार्जर्स के साथ बस स्टॉप पर 15 सेकंड में चार्ज किया जा सकता है, जिससे पारंपरिक चार्जिंग व्यवस्था के तहत डिपो पर लंबे चार्जिंग समय की आवश्यकता कम हो जाती है। यह परियोजना रिंग रोड क्षेत्र और नागपुर के उपनगरीय क्षेत्रों में अंतिम माइल तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी और मेट्रो स्टेशनों से अन्य भागों तक निर्बाध यात्रा प्रदान करेगी।
पर्यावरण को लाभ : आर्टिकुलेटेड बसों में वैश्विक स्तर की सुविधा और साज-सज्जा होगी। इसमें सीसीटीवी सिस्टम, हवाई जहाज़ों के समान ओवरहेड स्टोरेज, पैंट्री और वेंडिंग मशीन के साथ ही लैपटॉप ट्रे टेबल और चार्जिंग पॉइंट वाली सीटें होंगी। मंत्रालय द्वारा बताया गया है कि टिकाऊ और उन्नत तकनीकों से लैस फ्लैश-चार्जिंग आर्टिकुलेटेड बसें पर्यावरण को लाभ पहुंचाएंगी। ये बसें न केवल नागपुर में सार्वजनिक परिवहन की यात्री क्षमता को बढ़ाएंगी, बल्कि यात्रियों के समग्र यात्रा अनुभव को भी बेहतर बनाएंगी।
फ़्लैश चार्जिंग तकनीक : फ्लैश-चार्जिंग तकनीक से बस स्टॉप पर अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग की जाती है। यह एक टच-एंड-गो समाधान की तरह होता, इसमें बस 15 से 20 सेकंड में चार्ज हो जाएगी, जब वह बस स्टॉप पर यात्रियों के उतरने और प्रवेश करने के लिए रुकेगा। इससे अलावा बसों के परिचालन की लागत में भी कमी आएगी।
जानें...आर्टिकुलेटेड बस के बारे में ः आर्टिकुलेटेड बस में दो या अधिक भाग होते हैं। ये एक दूसरे से जुड़े होते हैं और एक ही इकाई के रूप में काम करते हैं। यह बसें आमतौर पर शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन के लिए उपयोग की जाती हैं।
विशेषताएं : दो या अधिक भाग होते हैं जो एक दूसरे से जुड़े होते हैं }प्रत्येक भाग में अपने पहिये और निलंबन होते हैं }बस के मध्य में एक जोड़ होता है जो दोनों भागों को जोड़ता है }यह जोड़ बस को मोड़ने और घुमाने में मदद करता है }आर्टिकुलेटेड बसें आमतौर पर 18 मीटर से अधिक लंबी होती हैं
फायदे:
अधिक यात्री क्षमता
शहरी क्षेत्रों में आसानी से घुमावदार मार्गों पर चलने की क्षमता
कम ईंधन की खपत
कम ध्वनि प्रदूषण
Created On :   16 Oct 2024 11:50 AM IST