Nagpur News: बुटीबोरी फ्लाई ओवर हादसा , एनएचएआई आरओ दिल्ली तलब

बुटीबोरी फ्लाई ओवर हादसा , एनएचएआई आरओ दिल्ली तलब
  • घटना के 15 दिन बाद भी तय नहीं कर सके जिम्मेदारी
  • बड़े अधिकारी पर हो सकती है कार्रवाई

Nagpur News बुटीबोरी फ्लाई ओवर हादसे को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) नागपुर के रिजनल आफिसर आर. पी. सिंह को दिल्ली तलब किया गया है। हादसे के 15 दिन बाद भी एनएचएआई किसी की जिम्मेदारी तय नहीं कर सकी है। हादसे के बाद एनएचएआई की कार्यप्रणाली को लेकर विभाग की काफी किरकिरी हो रही है। हादसे को लेकर बड़े अधिकारी पर गार गिर सकती है।

हाई लेवल मीटिंग हुई : सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय टीम ने 7 जनवरी को हादसे वाली जगह का दौरा किया। केंद्रीय टीम निरीक्षण के बाद दिल्ली वापस लौटी आैर उसी दिन एनएचएआई के आरओ सिंह को भी दिल्ली बुलाया गया। 8 जनवरी को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी की अगुवाई में हाई लेवल मीटिंग हुई।

काम की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल : याद रहे बुटीबोरी फ्लाई आेवर का कैंटीलीवर क्षतिग्रस्त होने के बाद से फ्लाई ओवर यातायात के लिए बंद है। 50 साल की गारंटीवाला फ्लाई आेवर महज 3 साल में क्षतिग्रस्त होने से काम की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। एनएचएआई केवल आेवरलोड वाहन का कारण सामने कर रही है। वीएनआईटी ने जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें कई बिंदुओं पर विस्तार से बताया गया है। रिपोर्ट में फ्लाई आेवर की मजबूती व सुरक्षा को लेकर भी जानकारी दी गई है।

जाम की समस्या से जूझ रहे शहरवासी : सूत्रों ने बताया कि फ्लाई आेवर की मजबूती, सुरक्षा व यातायात बंद होने से लोगों को हो रही परेशानी को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। एनएचएआई नागपुर ने अब तक क्या कार्रवाई की, इस बारे में भी उच्चाधिकारियों ने सवाल दागे। घटना को लेकर अभी तक जिम्मेदारी तय नहीं करने से भी एनएचएआई की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। केंद्रीय टीम ने प्रारंभिक रिपोर्ट से उच्चाधिकारियों को अवगत किया। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी की भी पूरे मामले पर नजर है। फ्लाई आेवर बंद होने से 15 दिनों से लोग ट्राफिक जाम की समस्या से जूझ रहे हैं।

विभाग की चुप्पी समझ से परे : एनएचएआई के रिजनल आफिसर आर. पी. सिंह से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। मोबाइल की घंटी बजते रही। एसएमएस व वाट्सएप किया, लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला। एनएचएआई के प्रबंधक समीर परमार से संपर्क करने की काेशिश की, लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला। एनएचएआई की चुप्पी समझ से परे है।

Created On :   10 Jan 2025 1:05 PM IST

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