Nagpur News: भोपाल पुलिस ने 2 ठगों को नागपुर से उठाया, दुबई में बैठे मास्टर माइंड को किराए दिया खाता

भोपाल पुलिस ने 2 ठगों को नागपुर से उठाया, दुबई में बैठे मास्टर माइंड को किराए दिया खाता
  • संतरानगरी में बैठकर करते थे धोखाधड़ी
  • 2 ठगों को नागपुर से उठाया

Nagpur News. भोपाल साइबर पुलिस ने दुबई में बैठे साइबर ठगों को बैंक अकाउंट मुहैया कराने वाले दो आरोपियों को नागपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी थॉमस गणेश शेडमाके (33), ग्राम चिचोली, थाना धानोरा, गडचिरोली और पिंटू सुरेश सिंह बैस (36), महाजन ले-आउट, हुडकेश्वर निवासी है। थॉमस और पिंटू को पुलिस ने प्लाट नं.-1068, एमआईजी कॉलोनी, न्यू नंदनवन से गिरफ्तार किया। गौरतलब है कि, पांच दिन पहले नागपुर की चॉक्स कॉलोनी जरीपटका से आरोपी मनप्रीतसिंह विर्क और मलकीतसिंह विर्क को इंदौर पुलिस उठा ले गई थी।

ट्रेडिंग में मुनाफा दिलाने का झांसा

भोपाल साइबर पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर अच्छा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर 1.43 करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश भोपाल साइबर पुलिस ने किया है। इस मामले में नागपुर से आरोपी थॉमस और पिंटू को भोपाल पुलिस उठा ले गई है। आरोपी 50 हजार रुपए के एवज में बैंक पासबुक साइबर ठगों को मुहैया कराते थे। आरोपियों के कब्जे से 2 मोबाइल, 4 सिम कार्ड और एटीएम समेत दस्तावेज बरामद हुए हैं। इस संबंध में मामला दर्ज कर पुलिस ने पहले आरोपी नाजिम अंसारी, रानीपुरा, इंदौर और सैफ अली, आशीष विहार, खजराना इंदौर निवासी को गिरफ्तार कर चुकी है।

संतरानगरी में बैठकर करते थे धोखाधड़ी

भोपाल साइबर पुलिस ने बताया कि, थॉमस और पिंटू नागपुर से धोखाधड़ी करते थे। साइबर टीम ने उन खातों की जांच की है, जिसमें ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। भोपाल क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि, भोपाल निवासी एक शिकायतकर्ता ने जुलाई 2024 को साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी। पीड़ित को अप्रैल 2024 में अज्ञात व्यक्ति ने सी 57 एक्सेल स्टूडेंट्स नामक वॉट्स एप ग्रुप में एड किया। उसके बाद उस ग्रुप में चार अलग-अलग मोबाइल नंबरों से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए पीड़ित को कॉल आया। कॉल करने वाली एक महिला ने उससे कहा- ‘मेरी कंपनी में निवेश करने पर कम दिनों में मोटा मुनाफा मिल सकता है और महिला ने पीड़ित को एसीवीवीएल ऑनलाइन नामक एप्लीकेशन शेयर की थी।

डीसीपी चौहान के अनुसार वॉट्स एप ग्रुप में पीड़ित को लिंक मिला और उसे इस्तेमाल करने के लिए यूजर नेम और पासवर्ड भी दिया गया। पीड़ित ने 85.35 लाख जमा कर दिए, जो बढ़कर 3 करोड़ से अधिक दिखाई देने लगे। पीड़ित ने पैसा निकालना चाहा, तो उससे कहा गया कि, पहले मुनाफे के 20 प्रतिशत रुपए जमा करने होंगे। पीड़ित ने 58.41 लाख रुपए और ठगों के खाते में डाल दिए। बाद में इस रकम को बढ़ाकर 20 प्रतिशत की जगह 30 प्रतिशत जमा करने को कहा गया। इस तरह पीड़ित कारोबारी से कुल 1 करोड़ 43 लाख 76 हजार रुपए ठग लिए गए।

Created On :   10 Feb 2025 7:54 PM IST

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