Nagpur News: बुराइयां, गलत सोच शिव पर अर्पण कर मुक्त हो जाएं - प्रेमलता दीदी

बुराइयां, गलत सोच शिव पर अर्पण कर मुक्त हो जाएं - प्रेमलता दीदी
  • ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र में धूमधाम से मनाया 89वां त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव
  • बुराइयां, गलत सोच शिव पर अर्पण कर मुक्त हो जाएं
  • ध्वजारोहण कर ली गई प्रतिज्ञा
  • रनाला मोक्षधाम में की गई भगवान भोलनाथ की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा

Nagpur News. कामठी (ग्रामीण).ब्रह्माकुमारीज, न्यू सद्भावना भवन में 89वां शिवजयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। शिव ध्वजारोहण, दीप प्रज्वलन, प्रवचन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति खास रही। कामठी सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्मकुमारी प्रेमलता दीदी ने महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य स्पष्ट करते हुए बताया कि शिव परमात्मा की याद में राजयोग का निरंतर अभ्यास हमें अपनी कर्मेंद्रियों का राजा बनाती है। मनोविकार, व्यसनों व मानसिक रोगों से मुक्ति दिला कर सकारात्मक बनाता है, इसलिए उन्हें नीलकंठ कहा जाता है। महाशिवरात्रि पर्व पर हम शिवालयों में अक-धतूरा, भांग आदि अर्पित करते हैं। इसका आध्यात्मिक रहस्य यह है कि जीवन में जो कांटों के समान बुराइयां, गलत आदतें व गलत सोच को आज के दिन शिव पर अर्पण कर मुक्त हो जाएं। दान की गई वस्तु वापस नहीं ली जाती है। इसी तरह जीवन की कोई एक बुराई जो हमें आगे बढ़ने से रोक रही है, उसे शिव को सौंपकर मुक्त हो जाएं। यदि खुद को परमात्मा को सौंपकर जीवन में चलते हैं तो सदा निश्चित रहते हैं। अपने बुरे विचार, भावनाएं, गलत आदतें शिव पर अर्पण करना ही सच्ची शिवरात्रि मनाना है। भारत में 12 ज्योतिर्लिंग प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा गली-गली में शिवालय बने हैं। इससे स्पष्ट होता है कि परमपिता परमात्मा कभी इस सृष्टि पर आएं हैं और विश्व कल्याण का कार्य किया है, तभी तो हम उन्हें याद करते हैं। परमात्मा का स्वरूप ज्योतिर्बिंदु है। भोलेनाथ के गीतों पर डांस और शिव ध्वजारोहण किया गया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक देवराव रडके, पूर्व उपसभापति विमल साबले, देवराव आमधरे, वैशाली डोनेकर, अल्का सोनवाणे, हनुमंत रेवतकर, हरिहर गायधने, अशोक पराते आदि उपस्थित थे। संचालन और आभार वंदना दीदी ने किया। सफलतार्थ ब्रह्मकुमारी शीलू, कांचन, रेखा दीदी आदि ने प्रयास किया।

रनाला मोक्षधाम में की गई भगवान भोलनाथ की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा

महाशिवरात्रि पर्व पर बुधवार को रनाला ग्राम के मोक्षधाम में भगवान शंकर की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया था। सुबह 7 से 11 बजे तक विधि-विधान से मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक विधियां संपन्न हुईं। कार्यक्रम में रनाला ग्रामपंचायत के सरपंच पंकज साबले, ग्रापं सचिव अमोल वाघ, उपसरपंच अंकिता तलेकर, मंगला ठाकरे, सुनीता नंदेश्वर, स्वप्निल फुकटे, प्रदीप सपाटे, मयूर गणेर, अर्चना ठाकरे, विमल साबले, नागोराव साबले, स्वाति साबले, राकेश भावलकर, शुभम नवले, ग्रापं कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

अंबाखोरी में दर्शनार्थ लगा भक्तों का तांता

पेंच नेशनल पार्क में बसे प्राचीन तीर्थक्षेत्र अंबाखोरी (तोतलाडोह) में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी महाशिवरात्रि उत्सव का आयोजन अंबाखोरी सेवा समिति चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष रामविलास शर्मा के मार्गदर्शन में बुधवार को किया गया। महाशिवरात्रि पर्व पर अंबाखोरी में हजारों भक्तों ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन का लाभ लिया। श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होने से वन विभाग तथा देवलापार पुलिस को काफी मशक्क़त करनी पड़ी। सूर्योदय के साथ ही सुबह 6.30 बजे शिवजी की प्रथम पूजा रामविलास शर्मा, सुनील गुप्ता, राज हरणे तथा किशोर निचन्ते के हाथों की गई। श्री अंबाखोरी तीर्थक्षेत्र तथा पर्यटन स्थल वर्ग ‘क’ अपनी मनमोहक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं। तीर्थ स्थल पेंच नेशनल पार्क के घने जंगलों बीचोबीच में स्थित, पेंच नदी के किनारे, पहाड़ी से बहते झरनों के बीच गुफा में भगवान भोले शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं। महाशिवरात्रि के दिन ही दर्शनार्थ श्रद्धालुओं को वनविभाग द्वारा नि:शुल्क प्रवेश वनविभाग के नियमों तथा शर्तों के साथ दिया जाता है। ऐसे में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ही ज्यादा रही। कुछ वर्षो पूर्व तक महाशिवरात्रि उत्सव 2 दिनों तक मनाया जाता था, परंतु नेशनल पार्क के अंदर होने से पेंच टाइगर रिजर्व के नियमों के कारण एक दिन के उत्सव मनाने तथा श्रद्धालुओं को भीतर जाने की इजाजत वनविभाग द्वारा दी जाने लगी है। वर्ष 1968 से हर वर्ष महाशिवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है। श्रद्धालुओं को दर्शनार्थ प्रवेश का समय सूर्योदय से सूर्यास्त तक रहता है। तीर्थ क्षेत्र नेशनल पार्क में होने से यहां 2 व्हीलर तथा 3 व्हीलर वाहनों को प्रवेश वर्जित है। श्रद्धालुओं को केवल सिल्लारी-अंबाखोरी रोड से ही प्रवेश दिया गया। पॉलिथीन, ढोल-ताशे, मृदंग, लाउड स्पीकर तथा अन्य कोई भी वाद्ययंत्र भीतर ले जाने व ठहरने की मनाही थी। आयोजन के लिए अंबाखोरी महाशिवरात्रि महोत्सव समिति के रामविलास शर्मा, चुम्मनसिंह जाखल, श्रावण बोरकर, किशोर निचंते, मुकेश तिवारी, योगेश ताकोद, रजनीश जैस्वाल, बाल्या बोरीकर, विनायक मरसकोल्हे, मनोज उइके, मधु इनवाते, बंडू कुमरे, गोपी कोडवते, राजेश राजपाल, अनिल खंडाते, संजय मानवटकर आदि ने प्रयास किया।

महेश्वर महादेव नागमंदिर में विविध कार्यक्रम

महेश्वर महादेव नाग मंदिर, सावनेर में महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह महापूजा, रुद्राभिषेक व हवन किया गया। पश्चात ‘हर-हर महादेव’ जयघोष के साथ भक्तों ने महेश्वर महादेव के दर्शन किए। कमेटी की ओर से फलाहार, चाय, केला आदि का वितरण किया गया। अनेक भजन मंडलों ने शानदार प्रस्तुति से सारा परिसर भक्तिमय हो गया था। सफलतार्थ अध्यक्ष हरगोविंद भुतड़ा, उपाध्यक्ष हरिश्चंद्र कश्यप, राजू घुगल, सचिव वामनराव मानकर, कोषाध्यक्ष, संजयराव डेबे, सदस्य रमेशराव वाडबुद्धे, महेश चौरसिया, संजय गुप्ता, गोपाल चौधरी, दशरथ सातपुते, रमेश दाढ़े, नंदू ठाकुर, अशोक निंबालकर, घनश्याम भोंदेकर, दीपक शाहू, काशीनाथ वाघ, सुरेश मानकर, पुरुषोत्तम ठाकरे, गुड्डू देशमुख, अमित चौरेसिया, रामराव मानकर, पवन चांडक आदि का योगदान रहा।

धामना के शिवालयों में भजनों की गूंज

धामना में महाशिवरात्रि पर्व पर धामना क्षेत्र के शिवालयों में भजन व प्रवचन की गूंज सुनाई दी। भक्तों को उपवास का साबुदाना खिचड़ी, शरबत, चाय वितरित किए गए। पेठ गांव के पास वेना जलाशय तट पर पंचधार स्वयंभू शिवमंदिर में सुबह से ही दर्शनार्थ भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह से लेकर शाम तक सभी मंदिरों में ‘हर-हर महादेव’ की गूंज सुनाई दे रही थी।

घोगरा महादेव में उमड़ा आस्था का महोत्सव

पारशिवनी तहसील के प्राचीन घोगरा महादेव तीर्थक्षेत्र में महाशिवरात्रि पर्व पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था। आध्यात्मिकता के साथ ही प्राकृतिक संुदरता के लिए घोगरा महादेव प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। बुधवार से तीन दिनों तक यहां धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहेगे। भक्तों की तादाद को देखते हुए स्वास्थ्य टीम की मौजूदगी के अलावा पुलिस विभाग की ओर से तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया था।

कामठेश्वर शिवालय में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब

जूनी कामठी के कन्हान नदी तट स्थित भगवान कामठेश्वर महादेव शिवालय में महाशिवरात्रि पर्व पर ‘हर-हर महादेव’ जयघोष के साथ हजारों की संख्या में भक्तांें ने दर्शन का लाभ लिया। श्री शिव मंदिर देवस्थान समिति जूनी कामठी मंदिर की अध्यक्ष सहित प्रमुख यजमानोंे के हाथों तड़के प्राचीन ज्योतिर्लिंग का लघुरुद्र अभिषेक कर महाशिवरात्रि पर्व की शुरुआत की गई। पश्चात सुबह से ही श्री भगवान कामठेशवर महादेव शिवालय के प्राचीन ज्योतिर्लिंग की भक्तांें का जनसैलाब दर्शनाथ उमड़ता रहा। ‘हर-हर महादेव’ जयघोष से भगवान कामठेश्वर महादेव शिवालय गूंज रहे थे। पर्व के मद्देनजर नागपुर जिला सहायक पुलिस अधीक्षक रमेश धुमाल, कन्हान के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रवींद्र पाटील, जूनी कामठी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक प्रशांत जुमडे, यातायात पुलिस निरीक्षक नितिन पत्रांगे के मार्गदर्शन में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त लगाया गया था।

नागेश्वर शिव मंदिर में अभिषेक, हवन व महाआरती

सावनेर बस स्टैंड के समीप नवनिर्मित नागेश्वर मंदिर में 22 को वास्तु शांति पूजा के साथ शिवपंचायतन शोभायात्रा निकाली गई। 23 को शिवलिंग की स्थापना व प्राण प्रतिष्ठा की गई। वहीं मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। सुबह अभिषेक, हवन, आरती और पूजा के साथ दादाजी धुनीवाले भजन मंडल के गायक भगवंता मोरे व महिला मंडलों ने भजनों की प्रस्तुति दी। दर्शनार्थ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को महाप्रसाद का वितरण किया गया। सफलतार्थ मंदिर समिति के दीपक गव्हाणे, डॉ.काले, रेखा काले, राजू कलंबे, अरुण कलंबे, राजू धोटे, गुड़धे, मनीष गुरारीकर, सचिन गुरारीकर, नितेश गव्हाणे, पारस खेकारे, सुरेश चरपे, रवि कलंबे, पीयूष घटे, स्वप्निल काले, सोनू गव्हाणे, मोरेशवार बोंडे, विक्की शेंडे सहित भोलेनाथ मित्र परिवार का सहयोग रहा।

आड़ा पुल साईंबाबा मंदिर में जलाभिषेक

कन्हान/कामठी के आड़ा पुलिया स्थित श्री साईंबाबा मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर जलाभिषेक कर प्राचीन ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना कर महाशिवरात्रि पर्व उत्साह से मनाया गया। कन्हान नदी में साईं मंदिर पंच कमेटी के अध्यक्ष श्रीकृष्ण देवनाथ बाबा के हाथों पूजा, आरती कर कावड़ यात्रा की शुरुआत की गई। कावड़ यात्रा कर लाए गए जल से वेकोलि क्षेत्र कन्हान के अधिकारी प्रकाश रमावत के हाथों जलाभिषेक व रुद्राभिषेक कर महाशिवरात्रि पर्व की शुुरुआत की गई। रुद्राभिषेक व पूजा, आरती पश्चात महाप्रसाद का वितरण किया गया। पं. लवली महाराज, मंदिर पंच कमेटी के उपाध्यक्ष मनोहर मंसुरकर, उमाशंकर सिंह, दिलीप बड़वाईक, गणेश यादव, अनिल नेवारे, लंकेश महतो, लक्ष्मी वाड़ीभस्मे, रामेश्वर गोरले, संदीप उपाध्याय, अशोक वाड़ीभस्मे, पंढरी गिरे, मनोज शिंगनेे सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

कांद्री में उत्साह से मनाया महाशिवरात्रि पर्व

कन्हान/कामठीमहाशिवरात्रि पर्व पर संताजी नगर कांद्री कन्हान स्थित मंदिर में भक्तों द्वारा महाशिवरात्रि पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। जलाभिषेक, पूजा-अर्चना करने सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। महाशिवरात्रि पर नगर के सभी शिवालयांे को तोरण पताकाओं, आकर्षक रोशनाई से सुसज्जित किया गया। अतुल हजारे, राहुल हजारे, नामदेव कुंभलकर, अजय सैनी, विक्की कुंभलकर, प्रफुल हज़ारे, शुभम यादव, सौरभ पोटभरे, सुरेंद्र चटप, अरुणा हजारे, मीरा कुंभलकर, रितु मस्के, रूपाली हजारे, पूजा हजारे, सुषमा चवड़े, वंदना गड़े सहित बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।

बाजारगांव में अभिषेक व पूजा-अर्चना

बाजारगांव स्थित पुरातन भोसले कालीन शिवालय में प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर्व बड़े हर्षोल्लास व भक्तिमय वातावरण में मनाया जाता है। बुधवार को बालाजी मंदिर देवस्थान कमेटी के बाजार चौक स्थित शिवालय में ट्रस्टी असाटी परिवार के सदस्यो द्वारा सुबह शिवलिंग का अभिषेक कर पूजा-अर्चना व आरती की। पश्चात मंदिर कमेटी की ओर से महाप्रसाद का वितरण किया गया। नीलकंठ शिवालय में भी सुबह से देर शाम तक अभिषेक, पूजा-अर्चना करने भक्तों का तांता लगा रहा। सफलतार्थ शुभम सारवे, राकेश सोनेवाने, विनय बाजनघाटे, विजय मोहिते, रवि भेदरे, आकाश बिसाने, विशात तारभे आदि का सहयोग रहा। गुरुवार को नीलकंठ मंदिर आयोजन समिति द्वारा महाप्रसाद का आयोजन किया गया है। बड़ी संख्या में भक्तों से शामिल होने का आह्वान किया गया।


Created On :   27 Feb 2025 7:22 PM IST

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