पुलिस आयुक्त ने कहा: बेवजह दागी बताए गए अधिकारी-कर्मचारियों के रुक सकते हैं तबादले

बेवजह दागी बताए गए अधिकारी-कर्मचारियों के रुक सकते हैं तबादले
  • पुलिस आयुक्त डा . रवींद्र कुमार सिंगल ने दिलाया विश्वास
  • पुलिस सिपाही शरद पांडे का तबादला रोके जाने का आदेश
  • कार्यकाल पूरा होने तक काम करने का मौका मिल सकेगा

डिजिटल डेस्क, नागपुर । शहर पुलिस आयुक्त डा रवींद्र कुमार सिंगल ने पत्र- परिषद में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि बेवजह दागी बताकर जिन अधिकारियों कर्मचारियों के तबादले किए गए हैं, उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस आयुक्त की यह बात सच साबित होने लगी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि पूर्णत: संतुष्ट किसी को भी नहीं किया जा सकता है।

तबादला रोके जाने का आदेश जारी किया : पुलिस परिवहन विभाग में वाहन चालक के पद पर कार्यरत शरद पांडे नामक पुलिस सिपाही का तबादला रोके जाने का आदेश जारी किया गया है। हालांकि पांडे पुलिस परिवहन विभाग में लंबे समय से कार्यरत थे, जिसके चलते उनका तबादला किया गया था। पुलिस मुख्यालय की उपायुक्त अश्विनी पाटील ने 22 अगस्त को शरद पांडे का तबादला रोकने का आदेश जारी किया। इससे कसूरी बदली के तहत जिन 110 पुलिस अधिकारियों- कर्मचारियों का तबादला किया गया, जिनमें से कुछ पर न तो कोई जांच चल रही थी और न ही कोई नाेटिस दिया गया है। ऐसे में अब उन्हें उम्मीद है कि पांडे की तरह पुलिस आयुक्त उनके भी तबादले को रोककर उन्हें आगे पूर्ववत कार्य करने का मौका देंगे। दरअसल पांडे का 12 अगस्त को पारडी थाने में तबादला किया गया था, लेकिन 22 अगस्त को प्रशासकीय कारण के चलते उनका तबादला रोके जाने का आदेश जारी कर रोक तबादला रोक दिया गया है। इससे बाकी अधिकारियों- कर्मचारियों को भी आशा है कि उन्हें बेवजह दागी बताकर तबादला करवा दिया गया था, जिसे पुलिस विभाग के आला अफसर रुकवाएंगे और अपनी पुरानी जगह पर जाकर कार्यकाल पूरा होने तक काम करने का मौका मिल सकेगा।

...तो फिर मिल सकता है कार्य करने का मौका : अब शरद पांडे अपनी पुरानी ही जगह पर यथावत बने रहेंगे। चर्चा यह भी है कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का शहर में आगमन होने पर पांडे अक्सर उनके काफिले में उनके वाहन चालक के रूप में शामिल रहते हैं। बहरहाल पांडे के तबादले को रोके जाने से शहर के विविध थानों से दागी बताकर जिन अधिकारियों- कर्मचारियों का तबादला किया गया है, उन्हें उम्मीद है कि शरद की तरह शायद उन्हें भी पुरानी जगह पर ही कार्य करने का अवसर पुलिस आयुक्त दोबारा दे सकते हैं।

बीमार कर्मियों को तबादले का इंतजार : शहर पुलिस विभाग के कई थाने में कार्यरत पुलिस अधिकारी- कर्मचारी अब सेवानिवृत्ति की कगार पर पहुंच चुके हैं। इनमें से कई कर्मचारी बीमार हैं, कुछ कर्मचारियों को घुटने संबंधी बीमारियां हैं। कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें डॉक्टरों ने घुटने बदलने तक की सलाह दे डाली है। ऐसे कई कर्मचारी हैं, जिन्होंने पुलिस आयुक्त से साइड ब्रांच में तबादले की गुजारिश की थी, लेकिन उनका तबादला नहीं किया गया। कुछ दागियों का तबादला उसी परिमंडल में कर दिया गया, जिस परिमंडल में वह पहले से तैनात थे। पुलिस विभाग के बीमार, सेवानिवृत्ति की कगार पर पहुंच चुके ऐसे कई अधिकारी- कर्मचारी चाहते हैं कि उनका भी तबादला साइड ब्रांच में कर दिया जाए, जिससे नौकरी का अंतिम दौर आसानी से गुजर सके।

Created On :   26 Aug 2024 10:46 AM GMT

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