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ऐसे लगाया चूना: डीआईजी का पीए हूं 20 लाख दो, रेलवे के वरिष्ठ मंडल मैकेनिकल इंजीनियर से ठगी
- मांगे 20 लाख रुपए
- रेलवे के वरिष्ठ मंडल मैकेनिकल इंजीनियर से धोखाधड़ी
डिजिटल डेस्क, नागपुर. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने खुद को सीबीआई डीआईजी का पीए बताकर सेंट्रल रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी से 20 लाख रुपए मांगने वाले एक बेरोजगार युवक को एक लाख की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी का नाम सादिक कुरैशी है। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। खुद को सीबीआई के डीआईजी का पीए बताने वाले सादिक कुरैशी ने सेंट्रल रेलवे के वरिष्ठ मंडल मैकेनिकल इंजीनियर संदीप कुमार वर्मा से संपर्क किया और उनके खिलाफ सीबीआई में शिकायतें आने की झूठी कहानी गढ़ी। शिकायतों का निपटारा उनके हित में करने के लिए 20 लाख रुपए मांगे। इस बीच वर्मा ने मामले की शिकायत सीबीआई नागपुर से कर दी। सीबीआई नागपुर ने गुरुवार दोपहर को सेंट्रल रेलवे के डीआरएम ऑफिस में जाल बिछाया।
सादिक कुरैशी 1 लाख की पहली किस्त लेने संदीप कुमार के ऑफिस पहुंचा। पहले से तैयार बैठी सीबीआई की टीम ने उसे 1 लाख की घूस लेते पकड़ लिया। सादिक बेरोजगार है। सीबीआई ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी, 170 और 419 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित) की धारा 7 ए के तहत मामला दर्ज किया।
इधर, सीबीआई ने आरोपी सादिक के घर की तलाशी ली। घर से कुछ दस्तावेज मिलने की खबर है। आरोपी को शुक्रवार को विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश कर उसका पीसीआर लिया जाएगा। सीबीआई के डीआईजी एम. एस. खान के मार्गदर्शन में जांच जारी है।
हिम्मत पर सवाल : सादिक बेरोजगार है और डीआईजी का पीए बनकर ठगी करने की इतनी हिम्मत कहां से आई यह सवाल बना हुआ है। चर्चा है कि सादिक इसके पूर्व कई शासकीय अधिकारियों को धौंस जमाकर उगाही कर चुका है। धीरे-धीरे उसकी हिम्मत बढ़ती गई। आज उसने खुद को सीबीआई के डीआईजी का पीए बताकर उगाही करने की कोशिश की। उसे लग रहा था कि पीए बताने से उसे आसानी से पैसे मिल जाएंगे। संदेह जताया जा रहा है कि सादिक को दिमाग देने वाला कोई हो सकता है। इतने बड़े अधिकारी को कोई सीधे ब्लैकमेल नहीं कर सकता। अधिकारी के बारे में कुछ जानकारी इससे किसी के द्वारा साझा करने की शंका है।
Created On :   3 Nov 2023 12:08 PM GMT