नागपुर: हर कदम दीक्षाभूमि की ओर, 15 हजार ने ली बौद्ध धम्म की दीक्षा

  • पहले दिन 15 हजार ने ली बौद्ध धम्म की दीक्षा
  • धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस का मुख्य समारोह कल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ऐतिहासिक बौद्ध धम्म क्रांति के 67वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह 24 अक्टूबर को दीक्षाभूमि में होगा। देश-विदेश से भीम अनुयायियों का कारवां दीक्षाभूमि की ओर बढ़ रहा है। दीक्षाभूमि पहुंचने वालों में अधिकांश अनुयायी दक्षिण राज्यों के हैं। नीले जत्थे के स्वागत के लिए दीक्षाभूमि परिसर को पंचशील झंडों से सजाया गया है।

दीक्षा के बाद प्रमाणपत्र वितरित : धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के 3 दिवसीय समारोह की शुरुआत रविवार को सुबह दीक्षाभूमि में हुई। भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई के नेतृत्व में बौद्ध धम्मदीक्षा समारोह का आयोजन किया गया। जापान से आए 40 प्रतिनिधियों की विशेष उपस्थिति रही। करीब 15 हजार अनुयायियों को भदंत नागार्जुन सुरेई ससाई के मार्गदर्शन में दीक्षा देकर प्रमाणपत्र दिया। इस अवसर पर भदंत धम्मसारथी, नागवंश, प्रज्ञा बोधि, भीमा बोधि, नागसेन, महानामा, राहुल, धम्मविजय, कश्यप, भदंत धम्मप्रकाश, संघप्रिया, विशाखा गौतमी, पुंडलिक आदि उपस्थित थे। बुद्धिस्ट फैटर्निटी मूवमेंट के डॉ. भारती प्रभु व डॉ. प्रशांत इंगोले के नेतृत्व में तमिलनाडु से रैली के साथ सम्राट अशोक का अष्टधातु की मूर्ति नागपुर आज नागपुर पहुंची।

जापान के 20 उपासक आज बनेंगे श्रामणेर : सोमवार को सुबह 10 से 11 बजे तक जापान के 20 उपासक भदंत ससाई से श्रामणेर दीक्षा लेंगे जिसमें महिला उपासकों का भी समावेश होगा। थाइलैंड के भिक्खु संघ की ओर से भोजनदान दिया जाएगा। 24 अक्टूबर को दिन भर दीक्षा समारोह होगा. तीन दिन चलने वाले दीक्षा समारोह में हजारों अनुयायियों के दीक्षा लेने का भदंत ससाई ने विश्वास व्यक्त किया।

10 खुफिया टीमें तैनात : समता सैनिक दल ने भी 10 खुफिया टीमें तैनात की हैं। वे सादी वर्दी में पूरे इलाके पर नजर रखेंगे। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करेंगे। इसके साथ ही क्षेत्र से बीड़ी, सिगरेट इकट्ठा करने के लिए दो विशेष टीमें भी तैनात की गई हैं।

आज धम्म परिषद : भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई की अध्यक्षता में 23 अक्टूबर को शाम 7 बजे धम्म परिषद होगी। दोमधम्मकीत्ति, डॉ. पेन सुनसवाड, राजेश बौद्ध, डॉ. उषा कुमारी, ज्ञानशील, अनिल कुमार, राहुल आनंद, के. संपत, ए. नत्थी प्रकासम, जी. पंडियान, डॉ. राजेंद्र अनागारिक, डॉ. ए. आर. श्रावण कुमार, डॉ. डी. आर. शेखर आदि उपस्थित रहेंगे। जापान, थाइलैंड, मलेशिया आदि देशों के बौद्ध भिक्खु मार्गदर्शन करेंगे।

22 प्वाइंट पर 4-4 जवान और 1 अधिकारी

दीक्षाभूमि क्षेत्र में स्मारक तक जाने वाले चार द्वार, स्मारक, धम्मदीक्षा समारोह का मुख्य मंच समेत 22 प्वाइंट तय किए गए हैं। प्रत्येक प्वाइंट पर 4 जवान और एक अधिकारी तैनात हैं। वे तीन शिफ्टों में सेवा देंगे। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला सिपाहियों की 4 टीमें तैनात की गई हैं। इसके साथ ही 6 टीमें घूमती रहेंगी।

समता सैनिक दल के 2 हजार जवान देंगे सुरक्षा : धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर समता सैनिक दल (एससीडी) के 2 हजार जवान दीक्षाभूमि पर सेवा और सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार है। वह प्रशासन, पुलिस व्यवस्था और दीक्षाभूमि स्मारक समिति के सहयोग से 25 अक्टूबर तक सेवा देंगे। विदर्भ जीओसी राजकुमार वंजारी को शिविर प्रमुख नियुक्त किया गया है। स्मारक समिति के सदस्य भदंत नागदीपंकर के मार्गदर्शन में समता सैनिक दल के जवान सुरक्षा में तत्पर रहेंगे।

मनपा का नियंत्रण कक्ष

दीक्षाभूमि में आने वाले लाखों अनुयायियों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए मनपा द्वारा नियंत्रण कक्ष की शुरुआत परिसर में की गई है। मनपा आयुक्त चौधरी, जिलाधिकारी ईटनकर व अतिरिक्त आयुक्त गोयल के हाथों नियंत्रण कक्ष का लोकार्पण और साथ ही सूचना पुस्तिका का अनावरण भी किया गया। साहित्यभूषण अण्णाभाऊ साठे स्मारक के समीप यह कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। अधिकारियों ने धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के कार्यक्रमों में आने वाले लोगों की सुविधा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता आदि संपूर्ण तैयारियों का जायजा लिया व मूलभूत सविधाओं में किसी तरह की कमी न रह जाए इस संदर्भ में अधिकारियों को निर्देश दिए। 23 से 25 अक्टूबर के बीच अनुयायियों की भीड़ उमड़ेगी। उनके रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से लाने-ले जाने की परिवहन सुविधा, 24 घंटे एम्बुलेंस की व्यवस्था, पीने के पानी आदि की व्यवस्था चाकचौबंद होने के निर्देश दिए।

Created On :   23 Oct 2023 1:54 PM GMT

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