निशाना: सत्ता संघर्ष में दूर की जानेवाली कमजोर कड़ी में पहले नंबर पर अजित पवार

सत्ता संघर्ष में दूर की जानेवाली कमजोर कड़ी में पहले नंबर पर अजित पवार
  • उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी कर रहे दरकिनार
  • विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार का बयान
  • गणेश विसर्जन के बाद महाविकास आघाडी की बैठक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महायुति के मित्रदलों में निराशा का दावा करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि सत्ता संघर्ष में दूर की जानेवाली कड़ी में पहले नंबर पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उनकी ही पार्टी का आलाकमान दरकिनार करता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने नाम पर चुनाव लड़ेंगे तो उन्हें भी उनकी ताकत जनता दिखा देगी। गुरुवार को वडेट्टीवार ने पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा-महायुति के नेता व्यक्तिगत हित साधने में लगे हैं। उनके मित्रदलों में निराशा है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार के जख्म पर नमक डालने का काम भाजपा कर रही है। एक दिन पहले पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ उपमुख्यमंत्री पवार उपस्थित थे। लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर देखा भी नहीं। सत्ता संघर्ष में कमजोर कड़ी को दूर किया जाता है। भाजपा के लिए पहली कमजोर कड़ी अजित पवार है। दूसरे नंबर पर एकनाथ शिंदे हैं।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का अधिकार भी कम होता दिख रहा है। भाजपा का हाईकमान उनके पंख छांट रहा है। फडणवीस पर वॉच रखने के लिए दिल्ली से अनेक नेता महाराष्ट्र में भेजे जा रहे हैं। जब कोई व्यक्ति उपयुक्त नहीं रहता है तब इस तरह दरकिनार किया जाता है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बाल ठाकरे का नाम लेकर राज्य भर में घूमे। लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने बाल ठाकरे की फोटो का इस्तेमाल किया। शिवसेना शिंदे गुट के नाम पर चुनाव लड़ेंगे तो एकनाथ शिंदे को राज्य की जनता उनकी ताकत दिखा देगी।

125 सीटों पर सहमति

वडेट्टीवार ने दावा किया कि महाविकास आघाडी में किसी तरह का मतभेद नहीं है। विधानसभा चुनाव के लिए तीनों मित्र दल कांग्रेस, शिवसेना उबाठा व राकांपा एपी में समन्वय है। विधानसभा की 288 में से 125 सीटों पर महाविकास आघाडी में सहमति हो गई है। किसी भी तरह की अड़चन नहीं है। गणेश विसर्जन के बाद आघाडी के नेताओं की बैठक होगी। उसमें विविध विषयों पर चर्चा की जाएगी। शिवसेना उबाठा मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि को उम्मीदवार बनाएगी तो उसमें अलग क्या है। यह तो लोकतंत्र व संविधान को मानने की बात है।

Created On :   12 Sept 2024 7:14 PM IST

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