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घपलेबाजी: पशुसंवर्धन कर्मचारी सहकारी पतपुरवठा संस्था में लाखों रुपए का घोटाला
- लोगों के कर्ज के किश्त की रकम खुद के खाते में जमा करता था आरोपी
- संस्था की सर्वसाधरण सभा में कई बार उठा यह मामला
- आरोप-प्रत्यारोप से हंगामेदार होती रही बैठक
डिजिटल डेस्क, नागपुर । पशुसंवर्धन कर्मचारी सहकारी पतपुरवठा संस्था में लाखों रुपए का घोटाला हुआ है। घटित प्रकरण को संस्था के प्रबंधक ने ही अंजाम दिया है। बर्डी थाने में आरोपी प्रबंधक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है,लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रकरण में और भी लोगों की लिप्तता होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
महाराजबाग रोड पर पशुसंवर्धन सर्वेाचिकित्सालय है उसी परिसर में विभाग के कर्मचारियों की पसुशंवर्धन कर्मचारी सहाकरी पतपुरवठा संस्था मर्यादित का कार्यालय है। इसके प्रबंधक राजेंद्र मोतीराम शिगुरकर (41) काटोल वार्ड नंबर 1 निवासी है। संस्था के कई सदस्य संस्था के खाताधारक है। उनमें से कुछ लोगों ने विविध कारणों से संस्था से कर्जा लिया है। कर्ज की किश्त भरकर कई लोगों ने कर्जा चुकता भी किया है, लेकिन अगस्त 2012 से 16 जनवरी 2024 के बीच में प्रबंधक राजेंद्र शिगुरकर ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। जिन खाताधारकों ने कर्ज की किस्त संस्था में जमा की है उनके किस्त की रकम संस्था के खाते में जमा नहीं करते हुए खुद के निजी खाते में जमा की है। इससे उसने संस्था को करीब 4 लाख 33 हजार 368 रुपए से चूना लगाया है।
संस्था में हो रहे गैर व्यवहार की भनक संस्था के कुछ लोगों को लगी थी। उनमें से कुछ लोगों ने कई बार आवाज उठाई है। संस्था की बैठक में भी आरोप-प्रत्यारोप होने से कई बार बैठक में हंगामा भी हुआ है। गत दिनों हुए ऑडिट में भी लाखों रुपए की गडबड़ी होने की बात उजागर हुई है। उसके लिए जांच समिति का गठन किया गया था। जांच समिति में भी घोटाला होने की बात उजागर हुई। उसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। घटित प्रकरण से जुड़े कुछ सबूत प्रारंभिक पड़ताल के दौरान पुलिस के हाथ लगे हैं। जिससे गुरुवार को प्रकरण दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी होना बाकी है,लेकिन जिस तरह से घोटाले को अंजाम दिया है उससे मामले में और भी लोगों की लिप्तता होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
Created On :   29 Aug 2024 5:53 PM IST