Nagpur News: स्कॉलरशिप परीक्षा में बैठे 32,729 विद्यार्थी, दो पारी में हुए पेपर, उड़नदस्तों ने रखी नजर

स्कॉलरशिप परीक्षा में बैठे 32,729 विद्यार्थी, दो पारी में हुए पेपर, उड़नदस्तों ने रखी नजर
  • जिले में 212 केंद्रों पर दो पारी में हुए पेपर
  • पांचवीं कक्षा के 123, आठवीं कक्षा के 89 केंद्र
  • उड़नदस्तों ने रखी नजर

Nagpur News. महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद पुणे की ओर से पांचवीं और आठवीं कक्षा की स्कॉलरशिप परीक्षा ली गई। रविवार को जिले के 121 केंद्रों पर दो पारी में परीक्षा आयोजित की गई। दोनों कक्षा के मिलाकर 32 हजार 729 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे। पांचवीं कक्षा के 19 हजार 600 और आठवीं कक्षा के 13 हजार 129 विद्यार्थियों ने दो पारी में परीक्षा दी। पहली पारी में सुबह सुबह 11 से दोपहर 12.30 बजे तक और दूसरी पारी में दोपहर 2 से 3.30 बजे तक परीक्षा हुई।

पांचवीं कक्षा के 123, आठवीं कक्षा के 89 केंद्र

स्कॉलरशिप परीक्षा के लिए जिले में 212 केंद्र बनाए गए थे, जिसमें पांचवीं कक्षा के 123 और आठवीं कक्षा के 89 केंद्रों का समावेश रहा। परीक्षा केंद्रों पर निगरानी के लिए उड़ददस्तों का गठन किया गया था। शिक्षणाधिकारी (माध्यमिक) रोहिणी कुंभार, शिक्षणाधिकारी (प्राथमिक) सिद्धेश्वर कालुसे, उपशिक्षणाधिकारी विजय कोकोडे, जिला परीरक्षक तथा विस्तार अधिकारी भास्कर झोड़े, विस्तार अधिकारी सुजाता आगरकर, रमेश हरडे, सभी गटशिक्षणाधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों को भेंट देकर निरीक्षण किया।

जिप ने जनवरी में ली अभ्यास परीक्षा : जिला परिषद स्कूलों के सभी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप परीक्षा में प्रविष्ट किया गया। सेस फंड से उनका परीक्षा शुल्क भरा गया। उपक्रम चलाकर विद्यार्थियों का अभ्यास कराया गया। जनवरी में अभ्यास परीक्षा लेकर कमजोर विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देकर परीक्षा के लिए तैयार किया गया। तीन साल पहले तत्कालीन सीईओ योगेश कुंभेजकर की पहल से इस उपक्रम की शुरुआत हुई। उसे वर्तमान सीईओ विनायक महामुनि ने जारी रखा।

विद्यार्थियों को दी उत्तर पत्रिका की कॉर्बन कॉपी

स्कॉलरशिप परीक्षा में प्रश्न पत्रिका और उत्तर पत्रिका अलग-अलग रहती है। वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं। एक प्रश्न के चार जवाब प्रश्न पत्रिका में दिए जाते हैं। सही उत्तर का नंबर उत्तर पत्रिका में उसी नंबर के सामने दिए गोलाकार को पेन से रंगाकर दर्ज करना पड़ता है। इस बार उत्तर पत्रिका के साथ कॉर्बन कॉपी संलग्न रही। परीक्षार्थियों से मूल उत्तर पत्रिका वापस लेकर कॉर्बन कॉपी लौटा दी गई। कॉर्बन कॉपी से विद्यार्थी अपने उत्तर कितने सही और कितने गलत हुए, इसका आकलन कर सकेंगे। इस सुविधा से परीक्षा परिणाम आने के पहले ही परीक्षार्थी उन्हें मिलनेवाले अंकों का अंदाजा लगा सकते हैं।

Created On :   10 Feb 2025 7:13 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story