प्रदर्शन: 22 महीने से फेलोशिप बंद होने से परेशान पीएचडी विद्यार्थी, आंदोलन की चेतावनी

22 महीने से फेलोशिप बंद होने से परेशान पीएचडी विद्यार्थी, आंदोलन की चेतावनी
  • 25 फरवरी के बाद आंदोलन तेज करने की चेतावनी
  • फेलोशिप बंद होने से परेशान पीएचडी विद्यार्थी
  • 22 महीने से फेलोशिप बंद है

डिजिटल डेस्क, मुंबई. सारथी, बार्टी, महाज्योति जैसी संस्थाओं की पीएचडी फेलोशिप का इंतजार करते 22 महीने बीत गए हैं लेकिन सरकार कोई फैसला नहीं कर पाई है। इस मुद्दे पर छात्र एक बार फिर आक्रामक रुख अपनाने को मजबूर है। भीम आर्मी के अशोक कांबले ने कहा कि हम लगातार मांग कर रहे हैं कि आवेदन करने वाले सभी विद्यार्थियों को फेलोशिप दी जाए।

इस मांग को लेकर इस साल 24 जनवरी से बार्टी के 763 छात्र आजाद मैदान पर लगातार आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार अब तक कोई फैसला नहीं कर पाई। पहले राज्य सरकार ने सभी आवेदकों को फेलोशिप देने की विद्यार्थियों की मांग को नजरअंदाज कर तीनों संस्थाओं से सिर्फ 200-200 विद्यार्थियों को फेलोशिप देने और परीक्षा के जरिए विद्यार्थियों का चयन करने का ऐलान किया लेकिन दो बार परीक्षा हुई जिसमें पेपर लीक होने के आरोप लगे और बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया।

इसके बाद दोनों बार परीक्षा और उसके परिणाम स्थगित कर दिए गए। लेकिन करीब सवा महीने बीत जाने के बाद भी सरकार कोई फैसला नहीं कर पाई। फेलोशिप की मांग कर रहे ईश्वर अडसूल ने कहा कि 23 फरवरी को इस मुद्दे पर संबंधित उच्च अधिकारियों की बैठक है। फेलोशिप का मामला फिलहाल मुख्यमंत्री के पास है।

हमारी मांग है कि इस साल आवेदन करने वाले सभी विद्यार्थियों को फेलोशिप दी जाए। परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया था। अब कहा जा रहा है कि जिन लोगों ने परीक्षा दी थी उन सबको फेलोशिप दी जाएगी।

यह गलत है और अगर ऐसा हुआ तो हम विरोध करेंगे। हमें तो शक है कि परीक्षा का बहिष्कार उन्ही विद्यार्थियों ने नहीं किया जिन्हें लीक प्रश्नपत्र मिला था।



Created On :   22 Feb 2024 12:11 PM GMT

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