Mumbai News: मुंबई मेट्रो-11 का नया डीपीआर फरवरी के आखिर तक होगा तैयार, राष्ट्रीय बधिरता निवारण कार्यक्रम से मिला लाभ

मुंबई मेट्रो-11 का नया डीपीआर फरवरी के आखिर तक होगा तैयार, राष्ट्रीय बधिरता निवारण कार्यक्रम से मिला लाभ
  • वडाला-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मार्ग तक सभी मेट्रो स्टेशन होंगे भूमिगत
  • राष्ट्रीय बधिरता निवारण कार्यक्रम: राज्य के 6 हजार लोगों का हुआ इलाज, सुनने में हुए सक्षम

Mumbai News. मुंबई मेट्रो लाइन -11 वडाला-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मार्ग की नई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) फरवरी महीने के आखिर तैयार हो जाएगा। वडाला के बेस्ट डिपो से गेटवे ऑफ इंडिया तक लगभग 12 किमी लंबा मेट्रो रेल मार्ग पूरी तरह से भूमिगत होगा। राज्य के नगर विकास विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि डीपीआर बनने के बाद उसको मंजूरी के लिए मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। एमएमआरसीएल इस परियोजना के लिए निधि जुटाने का पैर्टन भी तय करेगा। इसके बाद मुंबई मेट्रो -11 परियोजना की अंतिम मंजूरी के लिए नगर विकास की ओर से राज्य मंत्रिमंडल की बैठक प्रस्ताव पेश किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार हिस्सा देगी। इसके अलावा जापान इंटरनेशनल कार्पोरेशन एजेंसी (जायका) से कर्ज लिया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि मुंबई मेट्रो -11 परियोजना के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने डीपीआर बनाया था। इसके तहत मुंबई मेट्रो -11 की लाइन मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमबीपीटी) के इलाके से निश्चित किया गया था। जिसमें यह लाइन क्लॉक टॉवर (गोदी), जीपीओ, मुंबई मनपा की हेरिटेज इमारत के पास से होकर गुजरने वाली थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने कहा था कि एमबीपीटी के क्षेत्र में भीड़भाड़ नहीं होने के कारण मेट्रो के लिए यात्री बहुत कम मिलेंगे। इसके बाद मुंबई मेट्रो -11 की लाइन के लिए नया डीपीआर बनाने का फैसला लिया गया है। इसके पहले 6 सितंबर 2019 को प्रदेश के नगर विकास विभाग ने मुंबई मेट्रो -11 परियोजना के लिए मंजूरी दी थी। इस परियोजना पर 8 हजार 739 करोड़ रुपए खर्च को मान्यता दी गई थी। लेकिन पांच साल बीतने के बावजूद इस परियोजना का काम शुरू नहीं हो सका है।

मेट्रो -4 से मेट्रो-11 को जोड़ने की संभावना कम

अधिकारी ने कहा कि मुंबई मेट्रो लाइन 4 परियोजना कासारवडवली- ठाणे- मुलुंड-घाटकोपर- वडाला तक है। जबकि मुंबई मेट्रो लाइन -11 वडाला-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस तक है। पहले मुंबई मेट्रो-4 को मुंबई मेट्रो-11 से जोड़ने की योजना थी। लेकिन अब मुंबई मेट्रो-11 पूरी तरह से भूमिगत होगा। इस कारण दोनों मेट्रो को जोड़ने की संभावना कम नजर आ रही है।

राष्ट्रीय बधिरता निवारण कार्यक्रम: राज्य के 6 हजार लोगों का हुआ इलाज, सुनने में हुए सक्षम

उधर राज्य में बीते 33 महीनों में 6 हजार 70 लोगों की बधिरता (बहरापन) का सफल इलाज हुआ है। इसी अवधि में 1 लाख 59 हजार 293 बधिर मरीजों की जांच की गई है। इन बधिरों का इलाज राष्ट्रीय बधिरता निवारण कार्यक्रम के तहत किया गया है। इस संख्या का आकलन करें तो रोजाना 6 बधिर मरीजों को बहरेपन से मुक्त करने का काम प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने किया है। बधिरता से पीड़ित सभी आयु वर्ग के लोगों के चिकित्सा पुनर्वास के लिए क्रियान्वित राष्ट्रीय बधिरता निवारण कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग ने जनवरी 2022 से अक्टूबर 2024के बीच6,070 मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया। इस अवधि के दौरान महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य अभियान के तहत 5,715 बधिर रोगियों को निःशुल्क श्रवण यंत्र वितरित किए गए। राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर कुल 1,59,293 बधिर रोगियों की जांच की गई।

देश में 63 मिलियन श्रवण रोग से पीड़ित

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के अनुसार, भारत में लगभग 63 मिलियन लोग श्रवण हानि से पीड़ित हैं। देश की जनसंख्या में पीड़ित लोगों का अनुमानित अनुपात 6.3 प्रतिशत है। राष्ट्रीय बधिरता रोकथाम एवं नियंत्रण कार्यक्रम का पहला चरण वित्तीय वर्ष 2010-11 के दौरान महाराष्ट्र राज्य के 8 जिलों में क्रियान्वित किया गया था। वर्ष 2011-12 में शेष 8 जिलों में दूसरा चरण लागू किया गया। वर्ष 2021-22 में केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के 18 जिलों में इसके कार्यान्वयन को मंजूरी दी है। यह कार्यक्रम वर्तमान में राज्य के 34 जिला अस्पतालों में क्रियान्वित किया गया है।

Created On :   10 Feb 2025 9:17 PM IST

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