Mumbai News: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई में फिर से गैंगवार पनपने की आशंका

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई में फिर से गैंगवार पनपने की आशंका
  • दाऊद गिरोह बदला लेने कर सकता है हमला
  • अपराधियों में से कई को पुलिस ने पकड़ा कई भूमिगत
  • मुंबई पुलिस हुई अलर्ट

Mumbai News बांद्रा पूर्व में राकांपा (अजित) नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद शहर में एक बार फिर से गैंगवार पनपने की आशंका पैदा हो गई है। शहर में अंडरवर्ल्ड के शांत होने के बाद जिस तरह से लॉरेंस बिश्नोई गैंग यहां अपना दबदबा कायम करने की कोशिश कर रहा है और लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है, उसे देखते हुए फिर से मुंबई में गैंगवार छिड़ सकता है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दाऊद का गिरोह बाबा सिद्दीकी की हत्या का बदला ले सकता है। सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग और सिद्दीकी की हत्या जैसी घटनाओं के बाद दाऊद गिरोह फिर से अलर्ट हो गया है।

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों की माने तो सिद्दीकी की हत्या के बाद दाऊद का गिरोह बॉलीवुड निर्माताओं, रियल एस्टेट डेवलपर्स और व्यापारियों से 'प्रोटेक्शन मनी' की आड़ में पैसा वसूली शुरू कर सकता है। ऐसे में मुंबई में फिर से गैंगवार शुरू होने का खतरा बढ़ गया है। इस खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस अलर्ट पर है। पूर्व आईपीएस अधिकारी पीके जैन की माने तो लॉरेंस गैंग के लिए मुंबई में पांव जमाना आसान नहीं होगा। लेकिन अगर वह फिर भी यहां ऐसा करने की कोशिश करता है तो स्थानीय होने के नाते दाऊद गिरोह से गैंगवार की स्थिति खड़ी हो सकती है।

दाऊद का गिरोह भले ही व्हाइट कॉलर हो चुका हो, लेकिन उनके कई लोग अब भी सक्रिय हैं। समय बदल चुका है और पहले के मुकाबले मुंबई पुलिस भी ज्यादा सावधान है और ऐसे में वह खुद भी लॉरेंस गैंग को पनपने नहीं देगी। अंडरवर्ल्ड की कमर तोड़ने में शामिल रहे एक और पूर्व आईपीएस अधिकारी के मुताबिक अंडरवर्ल्ड खत्म नहीं हुआ है, बल्कि उसमें शामिल लोग अब सफेद पोश हो गए हैं। लेकिन जिस तरह से बिश्नोई गैंग वारदातों को अंजाम दे रहा है, उससे अंडरवर्ल्ड फिर से सक्रिय हो सकता है और लोगों को सुरक्षा देने के नाम पर पैसे की मांग कर सकता है।

90 के दशक जैसी स्थिति न पैदा हो : बता दें कि 1980 और 1990 के दशक में मुंबई में कई गिरोहों के बीच जबरदस्त गैंगवार देखने को मिला था। जिसमें करीम लाला, वरदा राजन, दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन, अरुण गवली, अमर नाइक, भाई ठाकुर और रवि पुजारी जैसों के नाम शामिल है। इन गिरोहों ने शुरू में तस्करी और मादक पदार्थों की तस्करी शुरू की, जो बाद में जबरन वसूली और कांट्रेक्ट किलिंग में बदल गया। 1990 के दशक में मुंबई पुलिस ने इन गिरोहों पर जबरदस्त कार्रवाई शुरू की और कई एनकाउंटर किये। इस कार्रवाई ने कई गैंगस्टरों को देश से भागने के लिए मजबूर कर दिया। जिसमें दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन जैसे लोगों का नाम शामिल हैं। हालांकि समय के साथ इन अपराधियों में से कई को पकड़ लिया गया या कई भूमिगत हैं।

Created On :   22 Oct 2024 7:58 PM IST

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