New Delhi News: महाराष्ट्र में पढ़ाई की बजाय सोशल मीडिया पर बच्चों की सक्रियता है ज्यादा

महाराष्ट्र में पढ़ाई की बजाय सोशल मीडिया पर बच्चों की सक्रियता है ज्यादा
  • 72.7 प्रतिशत बच्चों ने पढ़ाई की बजाय सोशल मीडिया के लिए किया स्मार्टफोन का इस्तेमाल
  • पढ़ाई के लिए 63.3 प्रतिशत बच्चों ने किया स्मार्टफोन का उपयोग
  • राज्य में 14 से 16 वर्ष की आयु के 94.2 प्रतिशत बच्चों के घर में स्मार्टफोन

New Delhi News. कोरोना काल में डिजिटल माध्यम से पढ़ाई की वजह से बच्चों में स्मार्टफोन के इस्तेमाल का चलन बढ़ा है। जिसकी वजह से महाराष्ट्र में 14 से 16 वर्ष की आयु के 72.7 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने पढ़ाई की बजाय स्मार्टफोन का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता के लिए किया। इसमें से 63.3 प्रतिशत बच्चों ने पढ़ाई के लिए स्मार्ट फोन का इस्तेमाल किया। राष्ट्रीय स्तर पर यह आंकड़ा अलग है । राष्ट्रीय स्तर पर भी 76 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जो स्मार्टफोन का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर सक्रियता के लिए किया हैं, जबकि 57 प्रतिशत बच्चों ने ही पढ़ाई के लिए स्मार्ट फोन का उपयोग किया है।

प्रथम संस्था की एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर)-2024 की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना काल के बाद से देश में 14 से 16 वर्ष की आयु के 90 प्रतिशत बच्चों के घरों में स्मार्टफोन है। महाराष्ट्र में इस आयु के 94.2 प्रतिशत बच्चों के घरों में स्मार्टफोन की उपलब्धता है। इसमें से 84.1 प्रतिशत बच्चे स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना जानते है, जिसमें से 72.7 प्रतिशत बच्चे स्मार्टफोन के माध्यम से सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। इतना ही नहीं, इसमें से 60.9 प्रतिशत बच्चे सोशल मीडिया पर प्रोफाइल ब्लॉक या रिपोर्ट करना बखूबी जानते हैं और 55.2 प्रतिशत प्रोफाइल को प्राइवेट करने के तरीके से वाकिफ हैं। 14 से 16 वर्ष की आयु के इन बच्चों में से केवल 55.7 प्रतिशत पासवर्ड बदलना जानते हैं।

Created On :   29 Jan 2025 8:02 PM IST

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