सियासी टेंशन: राज के एनडीए में शामिल होने की अटकलें, कई नेताओं को सता रहा पत्ता कटने का डर

राज के एनडीए में शामिल होने की अटकलें, कई नेताओं को सता रहा पत्ता कटने का डर
  • राज ठाकरे अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे
  • एकनाथ शिंदे ने कहा - पौने दो साल की सरकार में 55 बैठकों में लिए 500 निर्णय

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति के सहयोगी दलों में सीट बंटवारे के फंसे पेंच के बीच गठबंधन में नए साथी के रूप में राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की एंट्री होने जा रही है। मंगलवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज ठाकरे के बीच हुई मुलाकात के बाद भाजपा और मनसे के बीच तालमेल की औपचारिकता शेष रह गई है। इसे महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की ताकत को कम करने की भाजपा की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। राज ठाकरे सोमवार की देर रात दिल्ली पहुंचे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात से पहले राज ठाकरे ने पार्टी महासचिव विनोद तावडे से चर्चा की। इसके बाद मंगलवार को अमित शाह और राज ठाकरे की मुलाकात हुई। लगभग आधे घंटे चली इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच गठबंधन, संभावित सीट बंटवारा सहित अन्य मसलों पर बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि राज ठाकरे ने शाह के समक्ष दो लोकसभा सीटों मुंबई दक्षिण और शिर्डी की मांग रखी। लेकिन इस पर अभी कोई सहमति नहीं बनी। हालांकि सूत्र बताते हैं कि दोनों दलों की रूचि लोकसभा चुनाव से अधिक विधानसभा चुनाव और मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर है। दरअसल शिवसेना में टूट के बाद महाराष्ट्र और विशेष रूप से मुंबई में उद्धव ठाकरे के प्रति लोगों में सहानुभूति देखी जा रही है। ऐसे में भाजपा की रणनीति ठाकरे बनाम ठाकरे करके उद्धव की ताकत कम करने की है। वैसे राज ठाकरे को लेकर भाजपा इस बात से भी आशंकित है कि इस फैसले से कहीं उत्तरभारतीय वोटों पर असर न पड़े।

इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को महायुति सरकार के पौने दो साल के काम का लेखा-जोखा पेश किया। शिंदे ने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान ऐसे बड़े फैसले लिए जिनकी वजह से राज्य का नाम देश-विदेश में हुआ। शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार के अंतर्गत 55 मंत्रिमंडल की बैठकें हुईं, जिनमें 500 से अधिक बड़े निर्णय लिए गए। इसमें किसानों से लेकर महिलाएं और युवाओं से लेकर उद्योगों के फैसले शामिल हैं।

शिंदे ने पिछली महाविकास आघाडी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान राज्य में बुनियादी प्रकल्प रुक गए थे, जिन्हें हमारी सरकार ने शुरू करने का काम किया। हमने बालासाहेब समृद्धि महामार्ग, अटल सेतु, कोस्टल रोड को शुरू करने का काम किया जबकि मेट्रो के ऐसे कई कार्य प्रगति पर हैं।

विदेशी निवेश में राज्य पहले नंबर पर है जो केंद्र की डबल इंजन सरकार के सहयोग से हुआ है। शिंदे ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव जनता के हित में किए गए कार्यों को लेकर ही लड़ेंगे और इसका फायदा उन्हें चुनाव में मिलेगा।


Created On :   19 March 2024 6:16 PM IST

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