राह नहीं आसान: तीन गुना ज्यादा पैसे वसूल रहे दलाल, खास सॉफ्टवेयर से निकाल रहे कन्फर्म टिकट

तीन गुना ज्यादा पैसे वसूल रहे दलाल, खास सॉफ्टवेयर से निकाल रहे कन्फर्म टिकट
  • 4 महीने में 8,509 टिकट जब्त
  • 351 गिरफ्तार, 301 मामले दर्ज
  • खास सॉफ्टवेयर से कन्फर्म टिकट निकाल रहे

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। गर्मी में गांव जानेवालों की भीड़ साल दर साल बढ़ रही है। रेलवे यात्रियों की भीड़ और ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट के आधार पर स्पेशल ट्रेन भी चलती है, इसके बावजूद हर साल की तरह गर्मी में गांव जाने वालों की राह आसान नहीं लग रही है। लोगों का आरोप है कि रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें चला रही है लेकिन टिकट दलाल सॉफ्टवेयर की मदद से ऑनलाइन टिकटों को झटक ले रहे हैं। इससे कन्फर्म टिकट आम रेल यात्रियों की पहुंच से बाहर है। टिकटों की ज्यादा मांग होने के कारण दलाल किराये का तीन गुना ज्यादा पैसा यात्रियों से वसूल रहे हैं।

लंबी कतारों ने बढ़ाई कालाबाजारी

तत्काल और सामान्य आरक्षित टिकट की मांग बढ़ी है। बनारस, लखनऊ और गोरखपुर जानेवाली ट्रेनों में 25 सेकंड में तत्काल कोटे के टिकट बुक हो जा रहे हैं। सामान्य श्रेणी (स्लीपर) का टिकट 800 रुपए में है, लेकिन वह टिकट प्रीमियम तत्काल में 2000 रुपए में मिल रहा है। गांव जा रहे यात्रियों ने बताया कि कई टिकट दलाल द्वितीय श्रेणी के कन्फर्म टिकट के लिए प्रति यात्री 2200 से 2500 रुपए ज्यादा वसूल रहे हैं। हालांकि टिकट कालाबाजारी रोकने के लिए रेलवे ने कार्रवाई भी तेज की है।

कार्रवाई के लिए विशेष दल

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अवैध तरीके से टिकट बुकिंग करने वालों पर कार्रवाई के लिए रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने विशेष दल बनाया है। एंटी टाउट स्क्वॉड ने फील्ड से मिली सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की है। मध्य और पश्चिम रेलवे की एंटी टाउट स्कवॉड ने चार महीने में 8,509 टिकट जब्त किया है। इनमें जीसीआर (जर्नी कम रिजर्वेशन टिकट) और ई - टिकट का समावेश है। इन टिकटों की कीमत 1 करोड़ 92 लाख 14 हजार 988 रुपए बताई जा रही है। इस कार्रवाई में 351 लोगों को गिरफ्तार कर 301 मामले दर्ज किए गए हैं।

ऐसे चलता है गोरख धंधा

रेलवे के आरक्षण सिस्टम को बाइपास करने वाले अवैध सॉफ्टवेयर ऑनलाइन बिकते हैं। सॉफ्टवेयर की वैधता 30 दिनों की होती है। उसके बाद ये काम करना बंद कर देते हैं। सॉफ्टवेयर ढाई से तीन हजार रुपए के किराए पर मिलते हैं। रेलवे के सिस्टम को गुमराह करने के लिए सॉफ्टवेयर का नाम गदर, नेक्सस, जगुआर, कोविड-एक्स, एएनएमएस बीएसीके, ब्लैक टाइगर, रेड मिर्ची रखा जाता है।

पश्चिम रेलवे में जनवरी से मार्च 2024 तक हुई कार्रवाई

साल 2023 - मामले दर्ज - गिरफ्तार - जेसीआरटी -ई-टिकट - कुल टिकट -कुल मूल्य

- 655 - 849 -966 - 17265 -18231 -44319516

अप्रैल 2024 -175 -206 -97 -4126 -4223 -10423502

मध्य रेलवे में जनवरी से मार्च 2024 तक हुई कार्रवाई

साल - मामले दर्ज - गिरफ्तार -जेसीआरटी - ई-टिकट - कुल टिकट - कुल मूल्य

मार्च 2024 - 128 - 145 - 119 -4133 -4286 -8791486

Created On :   16 April 2024 6:22 PM IST

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