- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- आंबेडकर का अंतिम फैसला भाजपा को मदद...
निशाना: आंबेडकर का अंतिम फैसला भाजपा को मदद करने वाला साबित होता है- चव्हाण
- पूर्व मुख्यमंत्री ने वीबीए के अध्यक्ष की विश्वसनीयता पर खड़े किए सवाल
- इंडिया में शामिल होने के लिए प्रकाश खुद करें पहल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस का आंबेडकर को लेकर अभी तक का अनुभव अच्छा नहीं रहा है। चुनाव के समय आंबेडकर का अंतिम फैसला भाजपा को मदद करने वाला साबित होता है। इसलिए आंबेडकर को इंडिया में शामिल होने के लिए पहले विश्वसनीयता सिद्ध करना पड़ेगा। गुरूवार को चव्हाण के इस बयान से नाराज वीबीए ने जोरदार पलटवार किया है। पत्रकारों से बातचीत में चव्हाण ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वीबीए ने कांग्रेस से गठबंधन नहीं किया। वीबीए की इस अलग भूमिका के कारण भाजपा के 9 ज्यादा सांसद निर्वाचित हुए थे। जबकि इन सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए अब राज्य के दलित और मुस्लिम समाज के लोगों को वीबीए के असली चेहरे का पता चल गया है। वीबीए और एमआईएम जैसे दल सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवारों को जीतने के लिए विपक्ष के वोटों को विभाजीत करने का काम करते हैं। चव्हाण ने कहा कि यदि वीबीए को इंडिया में शामिल होना है तो आंबेडकर को सीधे इंडिया गठबंधन के शीर्ष नेताओं से बात करना चाहिए। अथवा उन्हें राज्य में महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों के नेताओं को एक साथ बैठक लेकर फैसला लेने के लिए आग्रह करना चाहिए। चव्हाण ने कहा कि आंबेडकर इंडिया गठबंधन में अगर व्यवहारिक रूप से सीटों की मांग करेंगे तो हम लोग उनका स्वागत करेंगे। लेकिन यदि आंबेडकर की मांग अव्यवहारिक होगी और वे फिर कहेंगे कि कम सीटें मिलने के कारण वीबीए विपक्ष के गठबंधन में शामिल नहीं होगी तो हमें उनकी ऐसी रणनीति से सावधान रहना पड़ेगा।
निष्ठा साबित करने के लिए वीबीए को बदनाम कर रहे चव्हाण - मोकले
दूसरी ओर वीबीए के मुख्य प्रवक्ता सिद्धार्थ मोकले ने कहा कि चव्हाण पर पलटवार किया है। मोकले ने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ बगावत करने वाले चव्हाण के पास नैतिकता है क्या? अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कांग्रेस के एक गुट ने जी-23 के नाम पर अलग भूमिका अख्तियार की थी। जिसके सदस्य चव्हाण भी थे। अब चव्हाण अपनी नाकामी छिपाने और कांग्रेस के प्रति निष्ठा सिद्ध करने के लिए वीबीए को बदनाम कर रहे हैं। मोकले ने कहा कि वीबीए इंडिया में शामिल होने के लिए लगातार सकारात्मक पहल कर रही है। वीबीए ने बीते 25 नवंबर को दादर में आयोजित सभा के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल को निमंत्रित किया था। हालांकि राहुल सभा में नहीं आ पाए थे। राहुल के प्रतिनिधि के रूप में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले सभा में शामिल हुए थे।
Created On :   21 Dec 2023 9:05 PM IST