309 जिलों में सर्वे: ऑनलाइन बीमा खरीदने वाले 61 प्रतिशत बने डार्क पैटर्न का शिकार, पॉलिसी रद्द करते समय परेशानी

ऑनलाइन बीमा खरीदने वाले 61 प्रतिशत बने डार्क पैटर्न का शिकार, पॉलिसी रद्द करते समय परेशानी
  • सर्वे में लोगों ने माना पॉलिसी रद्द करते समय हुई परेशानी
  • ऑनलाइन बीमा खरीदने वाले परेशान
  • डार्क पैटर्न का शिकार हुए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ऑनलाइन बीमा पॉलिसी लेने के संदर्भ में जिस प्रकार से प्रचार-प्रसार किया जाता है, हकीकत उससे बहुत अलग है। एक स्थानीय संस्था के सर्वे में ऑनलाइन बीमा लेनेवालों ने माना है कि इस दौरान वह डार्क पैटर्न के शिकार हुए हैं। उनसे अनावश्यक कागजात की मांग की गई, सब्सक्रिप्शन के लिए बार-बार संपर्क कर दबाव बनाया और योजना के संदर्भ में भ्रमित करनेवाली जानकारी दी गई। सबसे बड़ी बात है कि सर्वे में जिन लोगों की राय ली गई उनमें से 61 फीसदी लोगों की राय थी कि वे डार्क पैटर्न के शिकार हुए हैं।

लोकल सर्कल संस्था के सर्वे में 61 प्रतिशत लोगों ने माना कि उन्हें सदस्यता लेने के लिए मजबूर किया गया था। जबकि ऑनलाइन प्लेटफार्म इस तरह से डिजाइन किए जाते हैं जिन्हें ना कहना या योजना रद्द करना आसान नहीं होता। सर्वे में शामिल 86 प्रतिशत लोगों ने बताया की जब उन्होंने बीमा योजना को रद्द करने का प्रयास किया तब उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए आवेदन में परेशान करनेवाले तरीके अपनाए जाते हैं। 57 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने माना की ऐसे ऑनलाइन प्लेटफार्म अक्सर अवांछित जानकारी लेने या व्यक्तिगत विवरण का दुरुपयोग करने के लिए विवरण की मांग करते हैं।

कार्रवाई की मांग

पॉलिसी धारक बीमा योजना खरीदने या नवीनीकरण के लिए इंटरनेट का सहारा ले रहे हैं, जहां उन्हें डार्क पैटर्न का सामना करना पड़ता है। लोकल सर्कल्स संस्था के संस्थापक सचिन तापड़िया ने कहा कि ऑनलाइन बीमा खरीदारों को भ्रामक विज्ञापन या अनुचित व्यापार व्यवहार उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन है। यह आवश्यक है कि सरकार बीमा धारकों की सुरक्षा के लिए नियामक सीसीपीए और बीमा नियामक आईआरडीएआई के जरिए कार्रवाई करे।

309 जिलों में किया गया सर्वे

सर्वेक्षण देश के 309 जिलों में किया गया था। जिसमें 36 हजार से ज्यादा बीमा उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाएं मिलीं। इसमें 66% उत्तरदाता पुरुष थे जबकि 34% उत्तरदाता महिलाएं थीं। 49% उत्तरदाता टियर 1 शहरों से थे, 24% टियर 2 से थे। 27% उत्तरदाता टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से थे।

क्या है डार्क पैटर्न

डार्क पैटर्न ग्राहकों को गुमराह कर उन्हें सही विकल्प चुनने से रोकने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है। उपयोगकर्ताओं को गुमराह करने या धोखा देने के उद्देश्य से भ्रामक डिजाइन पैटर्न बनाया जाता है।

Created On :   16 May 2024 9:28 PM IST

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