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जबलपुर: घरों तक पाइप लाइन के जरिये रसोई गैस पहुँचाने का प्रोजेक्ट हुआ चार माह लेट
- और भी विलंब होने की आशंका, किसानों ने भी लगाई आपत्ति
- पाइप लाइन शिफ्ट करने की माँग कर रहे थे, ताकि उनके खेत खराब न हों और फसल भी बर्बाद न हो
- जबलपुर के अलावा सिवनी, छिंदवाड़ा सहित 14 जिलों के 85 लाख उपभोक्ताओं को इसका फायदा मिलेगा
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गैस सिलेंडर के लिए अभी पहले नंबर लगाना पड़ता है फिर हॉकर के माध्यम से गैस की टंकी घरों तक पहुँचती है। अगर संडे को गैस की टंकी खत्म हो जाए तो मुसीबत बढ़ जाती है।
ऐसी कई समस्याओं से छुटकारा मिलने वाला है। आने वाले दिनों में पाइप लाइन से घरों तक एलपीजी पहुँचेगी, लेकिन इसमें जो टाइम लिमिट जून 2024 तक की गई थी वह अब बढ़ गई है।
फाॅरेस्ट एरिया में परमिशन न मिलने से गैस पाइप लाइन का काम लगभग 4 माह लेट हो गया है। यही कारण है कि जिस रफ्तार से काम चल रहा था उसमें ब्रेक लग गया है। पाइप लाइन का काम अभी बरगी से बारहा के बीच चल रहा है लेकिन वहाँ भी किसानों ने काम को लेकर आपत्ति लगाई है।
किसानों का कहना है कि उन्हें जिस हिसाब से मुआवजा मिलना था वह नहीं दिया गया है। वहीं किसानों का यह भी कहना था कि वे पाइप लाइन शिफ्ट करने की माँग कर रहे थे, ताकि उनके खेत खराब न हों और फसल भी बर्बाद न हो।
इस मामले को लेकर कुछ जगह विवाद की स्थिति भी बनी थी। हालाँकि गेल इंडिया के अधिकारियों का कहना है कि सब कुछ ठीक है और सभी समस्याओं काे हल कर लिया गया है। अब अक्टूबर 2024 तक का समय मिल गया है।
ऐसा है पूरा प्रोजेक्ट
राष्ट्रीय गैस ग्रिड और पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान के तहत गैस पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। परियोजना के तीन चरण हैं। इसमें मुंबई से नागपुर 698 किमी, नागपुर से ओडिशा के झारसुगुडा खंड में 692 किमी व नागपुर-जबलपुर खंड में 317 किमी लम्बी पाइप लाइन बिछाई जा रही है। 7,844 करोड़ रुपए की लागत से काम हो रहा है।
जिसमें 11 सौ करोड़ की लागत से जबलपुर से नागपुर के बीच 317 किमी लम्बी पाइप लाइन बिछाई जा रही है। अब तक 2 सौ किमी से ज्यादा लाइन बिछ गई है। जबलपुर के कोसमघाट में वितरण प्लांट का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। जबलपुर के अलावा सिवनी, छिंदवाड़ा सहित 14 जिलों के 85 लाख उपभोक्ताओं को इसका फायदा मिलेगा।
शहर में भी सर्वे पूरा
गेल इंडिया के अधिकारियों की मानें तो कंपनी कोसमघाट में बन रहे प्लांट तक गैस पहुँचाएगी। यहाँ के बाद घरों तक एलपीजी के साथ सीएनजी व पीएनजी की सप्लाई और पाइप लाइन डालने का काम मेघा कंपनी को सौंपा गया है।
जिसने शहर में पाइप डालने सर्वे का काम भी पूरा कर लिया है। शहर के अंदर लगभग 45 किलोमीटर में पाइप लाइन बिछाई जानी है। इसमें भी जो लक्ष्य रखा गया है उससे ज्यादा समय लग सकता है।
नागपुर की तरफ अभी काम बाकी
जबलपुर और आसपास के क्षेत्र में तो काम हो रहा है, कुछ जगह जरूर जमीन को लेकर परेशानी आई थी लेकिन यह समस्या भी हल हो गई है। अभी नागपुर की तरफ सावनेर के आसपास काम चल रहा है जहाँ काम बाकी है।
यही कारण है कि अभी पाइप लाइन से गैस के लिए कुछ महीने और इंतजार करना होगा। हो सकता है कि 4 महीने से भी ज्यादा विलंब इस काम में हो।
जल्द होगा काम पूरा
जबलपुर और आसपास के क्षेत्र में गैस पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। जो निर्धारित मापदंडों के अनुसार हो रहा है। जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा।
-सीए अखिलेश जैन
स्वतंत्र निदेशक, गेल इंडिया
अक्टूबर से पहले काम पूरा करने का लक्ष्य
पाइप लाइन का काम तेजी से चल रहा है और 75 फीसदी काम पूरा हो गया है। हमारा प्रयास है कि अक्टूबर 2024 के पहले ही काम कम्प्लीट कर लिया जाए। इस काम को पूरी सावधानी के साथ किया जा रहा है। पाइप लाइन का काम पूरा होते ही हमारी टेस्टिंग की भी तैयारी हो रही है।
-केसी द्विवेदी, जीएम कंस्ट्रक्शन, गेल इंडिया
Created On :   7 Feb 2024 8:57 AM GMT